जिला अस्पताल में स्थित कोल्ड चेन के बराबर पड़ा चिकित्सा कचरा
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शहर के बागला संयुक्त जिला अस्पताल व जिला महिला अस्पताल में चिकित्सका कचरे के निस्तारण की हालत काफी बदतर है। दोनों ही अस्पतालों से निकलने वाले चिकित्सा कचरे को खुले आसमान के नीचे ठिकाने लगाया जा रहा है। इसे लेकर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी बेखबर हैं। ऐसे में खुले में पड़े चिकित्सा कचरे से संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ गया है।
शहर के अलीगढ़ रोड स्थित शहर के बागला संयुक्त जिला अस्पताल परिसर में जिला महिला अस्पताल, एमडीटीबी हॉस्पिटल व ब्लड बैंक है। हर दिन बागला संयुक्त अस्पताल व जिला महिला अस्पताल से काफी ज्यादा मात्रा में चिकित्सा कचरा निकलता है।
दोनों ही अस्पतालों से निकलने वाले कचरे को खुले आसमान के नीचे ही फेंका जा रहा है। बागला संयुक्त जिला अस्पताल की इमरजेंसी के पीछे तो जिला महिला अस्पताल से निकलने चिकित्सा कचरे को कोल्ड चेन के नजदीक ठिकाने लगाया जा रहा है। पूरे अस्पताल परिसर में चिकित्सा कचरे के निस्तारण की हालत काफी खराब है।
हालांकि इमरजेंसी के पीछे जैविक चिकित्सा अपशिष्ट संग्रह स्थल बना हुआ है। वहां जहां दोनों ही अस्पताल से निकलने वाले चिकित्सा कचरे को डालने की व्यवस्था है, लेकिन हकीकत में यह स्थल शोपीस बना हुआ है और इसके बराबर में ही खुले आसमान के नीचे ही चिकित्सा कचरा डाला जा रहा है। इसे लेकर सीएमओ और क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी भी आंखों पर पट्टी बांधे हुए नजर आ रहे हैं।
महिला अस्पताल में कोल्ड चेन के नजदीक फेंक रहे कचरा
बागला संयुक्त जिला अस्पताल परिसर में ही जिला महिला अस्पताल है। यहां रोजाना कई प्रसव होते हैं। यहां से निकलने वाले चिकित्सा कचरे को डालने के लिए जैविक चिकित्सा अपशिष्ट संग्रह स्थल बना हुआ है। इसके बावजूद यहां से निकलने वाले चिकित्सा कचरे को कोल्ड चेन के बराबर खुले आसमान के नीचे फेंका जा रहा है। बागला संयुक्त जिला अस्पताल की इमरजेंसी में हर दिन काफी संख्या में दुर्घटना व अन्य हादसों में घायल पहुंचते हैं। इमरजेंसी में आने वाले घायलों के उपचार से निकलने वाले चिकित्सा कचरे को इमरजेंसी के पीछे जिला महिला अस्पताल के गेट के नजदीक ही खुले आसमान के नीचे डाला जा रहा है, जबकि यहीं जैविक चिकित्सा अपशिष्ट संग्रह स्थल बना हुआ है।
चिकित्सा कचरे को डालने के लिए जैविक चिकित्सा अपशिष्ट संग्रह स्थल निर्धारित है। अगर इसके बाद भी खुले में चिकित्सा कचरा डाला जा रहा है तो इस बारे में जानकारी की जाएगी। संबंधित को निर्धारित स्थल पर ही चिकित्सा कचरा डालने के निर्देश दिए जाएंगे। -डॉ. मधुर कुमार, एसीएमओ/प्रभारी सीएमओ