वंदे भारत
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गोरखपुर से लखनऊ के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस के चारबाग स्टेशन पर खड़ा रखना मुश्किल हो रहा है। रील्स व वीडियो बनाने वाले ट्रेन से छेड़छाड़ कर रहे हैं, जिससे निपटने के लिए रेलवे ने चालान काटना शुरू किया है। पंद्रह यूट्यूबर्स व रील्स बनाने वालों से पांच-पांच सौ रुपये वसूले गए हैं।
गत सात जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोरखपुर से लखनऊ वाया अयोध्या के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई थी। ट्रेन का कॉमर्शियल रन नौ जुलाई से शुरू हुआ था। ट्रेन के शुभारम्भ पर गोरखपुर से लखनऊ के बीच ट्रेन में यूट्यबर्स व रील्स बनाने वालों की भीड़ हो गई थी, जिन्होंने ट्रेन में सवार अन्य लोगों का बैठना मुहाल कर दिया था।
वीडियो बनाने वालों का इस ट्रेन के साथ मोह अभी कम नहीं हुआ है। ट्रेन सुबह गोरखपुर से चलकर दस बजे के आसपास चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंच जाती है, जिसके बाद ट्रेन को खड़ा कर दिया जाता था। यहां करीब नौ घंटे ट्रेन खड़ी रहती है। इसके बाद ट्रेन शाम सात बजे के करीब लखनऊ से गोरखपुर के लिए रवाना होती है। दिन में ट्रेन की सुरक्षा के लिए आरपीएफ जवानों की ड्यूटी लगाई जाती है। लेकिन चारबाग में खड़ी ट्रेन की सुरक्षा आसान नहीं।
यूट्यूबर्स, रील्स बनाने वाले ट्रेन तक पहुंच जाते हैं। तमाम खूबियां, खामियां गिनाते हुए वीडियोज बनाते हैं और उन्हें सोशल मीडिया पर अपलोड करते हैं। सूत्र बताते हैं कि जब सुरक्षाकर्मी उन्हें रोकते हैं तो उनका वीडियो बनाकर भी अपलोड कर देते हैं। ऐसे में चारबाग रेलवे प्रशासन ने ऐसे लोगों को रोकने के लिए चालान करने शुरू कर दिए हैं। बगैर प्लेटफॉर्म टिकट स्टेशन पर आने के अपराध में उनसे जुर्माना वसूला जा रहा है। अब तक पंद्रह लोगों से पांच-पांच सौ रुपये वसूले जा चुके हैं। वहीं उत्तर रेलवे प्रशासन ने रील्स बनाने वालों से सहयोग की अपील भी की है।