वंदे भारत एक्सप्रेस (सांकेतिक तस्वीर)।
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सीएसएमटी-मडगांव वंदे भारत एक्सप्रेस के कैटरिंग ठेकेदार पर ट्रेन में परोसे जाने वाले भोजन की गुणवत्ता के संबंध में कई शिकायतें मिलने के बाद भारतीय रेलवे कैटरिंग और पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) द्वारा 25,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
यह जुर्माना हाल ही में हुई एक घटना के मद्देनजर लगाया गया है, जिसमें एक यात्री को रेलवे द्वारा दिए गए भोजन में मानव नाखून मिले थे। जिसके बाद उसने इसका वीडियो रिकॉर्ड किया और इसे सोशल मीडिया पर साझा कर दिया, जो वायरल हो गया।
शिकायतों की बढ़ती संख्या के जवाब में आईआरसीटीसी ने मामले की जांच शुरू की और यात्रियों को संतोषजनक भोजन सेवा प्रदान करने के लिए विशेष प्रोटोकॉल लागू किए। आईआरसीटीसी के प्रयासों के तहत वंदे भारत एक्सप्रेस पर ऑन-बोर्ड भोजन सेवा की निगरानी के लिए एक अधिकारी नियुक्त किया गया है। इसके अतिरिक्त, ट्रेन में खानपान की व्यवस्था के लिए जिम्मेदार रत्नागिरी के बेस किचन का गहन निरीक्षण किया गया।
27 जुन की है घटना
27 जून को सीएसएमटी-मडगांव वंदे भारत एक्सप्रेस में यात्रा करने वाले यात्रियों को दाल की गुणवत्ता को लेकर समस्याओं का सामना करना पड़ा था। एक अन्य यात्री ने भी अपने भोजन में मानव नाखून मिलने की सूचना दी थी। यात्री आए दिन रेलवे कैटरिंग सेवा के प्रति अपना असंतोष जता रहे हैं और वायरल वीडियो पर टिप्पणियों और सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से अपने अनुभव साझा कर रहे हैं।
कैटरिंग ठेकेदार पर लगाया गया जुर्माना यात्रियों को उपलब्ध कराए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता के लिए उन्हें जवाबदेह ठहराने की दिशा में एक कदम के रूप में देखा जा रहा है। आईआरसीटीएस (IRCTS) ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि रेलवे का लक्ष्य अपने नेटवर्क में पूरी तरह खाद्य गुणवत्ता और सेवा मानकों में सुधार करना है, जिससे यात्रियों के लिए सुखद और संतोषजनक यात्रा अनुभव सुनिश्चित हो सके।