वाराणसी में मनोज तिवारी ने बांधा समा: ‘फिर आईल सिंगार के बारी नेवता पठवले केडी से पुजारी..’ भजन पर झूमे भक्त

वाराणसी में मनोज तिवारी ने बांधा समा: ‘फिर आईल सिंगार के बारी नेवता पठवले केडी से पुजारी..’ भजन पर झूमे भक्त



वाराणसी में मनोज तिवारी ने बांधा समा
– फोटो : अमर उजाला

विस्तार


भोजपुरी गायक व दिल्ली के सांसद ने कहा कि मनोज तिवारी ने भक्तों से निवेदन करते हुए कहा कि अब आप लोग बइठ जाइल जा माई के गुणगान सब लोग मिलके कइल जाव। आज हमार काशी के साथ 30 बरिस क सफर पूरा हो गईल हव। अऊर आज हम काली माई के 5108वां गीत सुनावे चढ़ावे सुनावे मनावे खातिर आईल बानी…।

मनोज तिवारी ने देवी गीतों की शुरुआत दोनों हाथ जोड़कर फिर आईल सिंगार के बारी नेवता पठवले केडी से पुजारी कइसे न आई मनोज तिवारी…, काशी काली मठ बा स्थित जहवा लक्ष्मीकुंड बा माई के दुवारी…, आईल भगतन के भारी झुंड बा…, बाड़ी शेर पर सवार रुपवा मनवा मोहत बा…, यह सिद्ध पीठ रहस्यमय मां काली का शृंगार है…, 2024 के चुनाव का भी संकेत देते हुए मनोज तिवारी ने गाया कि जवन आशीषवा मैया मालिनी के दिहलू मोदी जी के दिह मैया उहे आशीषवा ना…, मंदिर अब बनने लगा है…, ममतामई दरबार बा…, हर साल बुलावत रहिया मनोजवा आई बनके सेवकवा…, मैया के मंदिर में तकदीर बदल जाला…, देश-विदेश कतहूं हम जाइ बाकी काली मठ में आईब हो… सहित लोगों की फरमाइश पर अनेक देवी गीत सुनाकर काशी की महिमा का बखान करते हुए और बागेश्वर धाम का जय जयकार लगाकर हर हर महादेव शंभू काशी विश्वनाथ गंगे… से अपने कार्यक्रम को विराम दिया

इसके पूर्व भोजपुरी सम्राट भरत शर्मा व्यास ने जब काली माई बाड़ी हमरा गांव…की धुन छेड़ी तो श्रोता भी ताल से ताल मिलाने लगे। इसके बाद उन्होंने जीभ लटकल होई मुंड के माला…, निमिया के डार मैया…सुनाकर पूरे माहौल में भक्ति के रंग घोल दिए। मध्य रात्रि तक मां काली के दरबार में सुर, संगीत की गंगा प्रवाहमान होती रही।

 



Source link

Facebook
Twitter
LinkedIn
Pinterest
Pocket
WhatsApp

Related News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *