अखिलेश यादव और जयंत चौधरी(फाइल फोेटो)
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सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव बेंगलुरु में होने वाली विपक्षी गठबंधन की बैठक में सहयोगियों के साथ हिस्सा लेंगे। कांग्रेस ने सपा और रालोद के साथ ही अपना दल कमेरावादी को भी 17 व 18 जुलाई को होने वाली इस बैठक के लिए न्यौता भेजा है। इस बार अखिलेश के साथ सपा के अन्य प्रमुख नेताओं के भी बैठक में शामिल होंगे।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की संयुक्त पहल पर विपक्षी दलों की पहली बैठक 23 जून को पटना में हुई थी। इसमें सपा और कांग्रेस समेत 15 पार्टियों के नेता शामिल हुए थे। दूसरी बैठक की मेजबानी कांग्रेस कर रही है। इसमें कांग्रेस नेता और यूपी के रायबरेली से सांसद सोनिया गांधी भी शामिल होंगी। कांग्रेस नेतृत्व का प्रयास है कि भाजपा विरोधी सभी छोटी-बड़ी ताकतें भाजपा को हराने वाले इस अभियान में शामिल हों। ताकि, जनता को मनोवैज्ञानिक स्तर पर संदेश दिया जा सके कि भाजपा को हराना मुमकिन है।
इसलिए फॉरवर्ड ब्लॉक और रिवोल्युशनरी सोशलिस्ट पार्टी जैसे छोटे वामपंथी दलों के साथ ही यूपी में अपना दल (कमेरावादी) के नेताओं को भी आमंत्रित किया गया है। रालोद के जयंत चौधरी का भी बैठक में शामिल होना तय बताया जा रहा है। वहीं, इस बार अखिलेश यादव भी सपा के कई अन्य नेताओं के साथ इस बैठक में हिस्सा लेंगे, ताकि यह संदेश दिया जा सके कि भाजपा को हराने के लिए सपा इस विपक्षी गठबंधन के साथ पूरी दृढ़ता के साथ खड़ी है।
यहां बता दें कि बीच में अखिलेश यादव के बैठक में हिस्सा न लेने की चर्चा चली थी, लेकिन सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव बैठक में भागीदारी करेंगे। लोकतंत्र को बचाने के लिए भाजपा को हराने के हर अभियान का हम हिस्सा हैं।
कृष्णा पटेल होंगी शामिल
अपना दल (कमेरावादी) के महासचिव पंकज निरंजन ने कहा कि बेंगलुरु में होने वाली बैठक में शामिल होने का हमे न्यौता मिला है। राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल इस बैठक में शामिल होंगी।