सद्दाम
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माफिया खालिद अजीम उर्फ अशरफ के जिस साले सद्दाम को तीन दिन पहले गिरफ्तार किया गया, उसे क्लीन चिट देने के लिए धूमनगंज पुलिस ‘ज्योतिष’ बन गई। प्रधानमंत्री के बारे में अपशब्द कहे जाने से संबंधित वीडियो वायरल करने के मामले में उस पर दर्ज मुकदमे में अंतिम रिपोर्ट लगाते हुए विवेचक ने हैरान कर देने वाली टिप्पणी अंकित की। लिखा कि तमाम प्रयासों के बावजूद उसका पता नहीं चला और न ही भविष्य में पता चलने की कोई उम्मीद है।
सूत्राें का कहना है कि इस मुकदमे की विवेचना धूमनगंज थाने में तैनात रहे पांच विवेचकों ने की। इसके साथ ही मुकदमे में साइबर क्राइम सेल व सर्विलांस सेल से भी मदद ली गई। वादी का बयान के साथ ही गवाहों के भी बयान दर्ज किए गए। 30 सितंबर 2020 को मुकदमा दर्ज होने के बाद करीब 2.5 साल तक विवेचना चलती रही। इसके बावजूद विवेचक सद्दाम का पता नहीं लगा पाए। चौंकाने वाली बात यह कि पता न लगने के साथ ही उन्होंने यहां तक लिख दिया कि भविष्य में भी उसका पता चलने की कोई उम्मीद नहीं है।