बाढ़ क्षेत्र के ग्राम भरतपुर में लगा स्वास्थ्य शिविर।
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शाहजहांपुर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र मिर्जापुर में बुखार से सीमावर्ती ग्राम पापरि मझारा निवासी पप्पू के दो बेटों की मौत हो गई। इससे पहले भी यहां ग्राम मस्जिद नगला के नूर मोहम्मद की चार साल की पुत्री आफरीन और पैलानी के शिक्षामित्र अनिल के ढाई वर्षीय पुत्र सिद्धांत की उल्टी-दस्त से मौत हो चुकी है। क्षेत्र में काफी संख्या में लोग बुखार से पीड़ित हैं।
गांव पापरि के पप्पू ने बताया कि उसके चार साल के पुत्र मुजम्मिल को चार-पांच दिन से बुखार आ रहा था। उसके गांव से जरियनपुर सीएचसी दूर होने के कारण उसने पड़ोसी ग्राम बड़ागांव (फर्रुखाबाद) में एक झोलाछाप से मुजम्मिल को दवा दिलवाई। दवा खिलाने के बाद उसके पूरे शरीर पर फफोले पड़ गए। तब उसे उसने कई अन्य झोलाछाप को दिखाया, लेकिन सभी ने जवाब दे दिया। 31 अगस्त को उसकी मौत हो गई।
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पप्पू ने बताया कि रविवार को दस माह के दूसरे पुत्र अयान को भी बुखार आया। उसे उसने एक निजी चिकित्सक को दिखाया और दवा दिलवाई। दवा से अयान को कोई फायदा नहीं हुआ और सोमवार को उसकी भी मौत हो गई। एक हफ्ते में दो बेटों की असमय मृत्यु से पप्पू, मां साइना, बड़ी बहन गुलशन और भाई असद का रो-रोकर बुरा हाल है।
पुवायां के गांव बेहटा संवात निवासी 49 वर्षीय ब्रह्मकुमार को बुधवार से बुखार आ रहा था। परिजनों ने उसका इलाज कराया लेकिन लाभ नहीं हुआ। बृहस्पतिवार को परिजन उसे लेकर सीएचसी पहुंचे। डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। डॉक्टर का कहना है कि ब्रह्म कुमार की मौत हार्ट अटैक से हुई है।