अहमद रजा।
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संदिग्ध आतंकी अहमद रजा पाकिस्तानी आकाओं के इशारे पर युवाओं को बरगलाता था। वह अपने गांव में रहकर रात में आकाओं से इंटरनेट के जरिए बात करता था और उनके द्वारा भेजे गए वीडियो को युवाओं को शेयर कर उन्हें अपने संगठन में शामिल करने के लिए तैयार करता था। जो युवक उसके संपर्क में थे, उनमें एक को बृहस्पतिवार को आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने दबोच लिया है।
इसके अलावा भी कई और एटीएस के रडार पर हैं। जिसकी हर गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। मूंढापांडे के मिलक गुलड़िया निवासी हिस्ट्रीशीटर फिरासत हुसैन के तीन बेटों में दूसरे नंबर का बेटा अहमद रजा उर्फ शाहरुख जयपुर स्थित मदरसे में पढ़ाई करने गया था। वहां दीनी तालीम लेने के बाद वहीं मदरसे में पढ़ाने लगाया था।
इसी दौरान वह हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी फिरदौस निवासी अनंतनाग (जम्मू कश्मीर) के संपर्क में आ गया था। उसने अनंतनाग जाकर हथियार चलाने की ट्रेनिंग ली थी। इसकी भनक लगते ही एटीएस समेत अन्य खुफिया एजेंसियां एक्टिव हो गई थी और अहमद रजा की तलाश में जुट गई थी।
तीन अगस्त को एटीएस ने उसे मूंढापांडे क्षेत्र के करनपुर चौराहे से गिरफ्तार किया था। पुलिस ने अहमद रजा से मोबाइल और अन्य सामान बरामद किया था। जिससे पता चला था कि वह आतंकी संगठनों के संपर्क में था। उसने कई और युवाओं को भी अपने संपर्क में जोड़ दिया था। पूछताछ में उसने कई अहमद सुराग हाथ लगे थे।
एटीएस अहमद रजा को लेकर मुरादाबाद और सहारनपुर के अलावा जम्मू भी लेकर गई थी। तब पता चला था कि उसके संपर्क में कई युवा थे। कुछ मोबाइल कॉल के जरिए संपर्क में थे तो कुछ ऑनलाइन बातचीत करते थे। अहमद रजा का घर जंगल से सटा है।
घर से कुछ ही दूरी पर आम का बाग है। परिजन और आस पड़ोस के लोगों के सो जाने के बाद अहमद रजा आम के बाग में पहुंच जाता था। यहां वह मोबाइल से जरिए संदिग्ध लोगों से बात करता था। उन्हें हथियार चलाने की भी जानकारी लेता था।
अभी और एटीएस के रडार
एटीएस ने अहमद रजा के एक करीबी को दबोच लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है। बताया जा रहा है कि अहमद रजा से लंबे समय से कई और लोग संपर्क में थे। उसकी गिरफ्तारी के बाद उन्होंने अपने मोबाइल बंद कर लिए लेकिन टीमें पर नजर बनाए हैं। उनसे भी एटीएस पूछताछ कर सकती है। पकड़े गए संदिग्ध को भी टीम मुरादाबाद लेकर आ सकती है। उससे भी पूछताछ में अन्य लोगों के बारे में जानकारी मिल सकती है।
कश्मीर में जाकर ली हथियार चलाने की ट्रेनिंग
आतंकी अहमद रजा की गिरफ्तारी के बाद एटीएस ने दावा किया था कि अहमद रजा हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी फिरदौस निवासी अनंतनाग (जम्मू कश्मीर) के संपर्क में था। जिसके जरिए वह पाकिस्तानी आकाओं के संपर्क में आया था।
वह देश में आतंकी घटनाएं करना चाहता था। इसके लिए वह युवाओं को वीडियो दिखाकर उन्हें देश के खिलाफ भड़काकर अपने साथ तैयार कर रहा था। आतंकी अहमद रजा ने अपने घर के पास ही अमेरिकन पिस्टल छिपाई थी।