मौके पर जांच करते पुलिस अधिकारी।
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सिद्धार्थनगर जिले में पथरा थाना क्षेत्र क्षेत्र के एक गांव में चोरी के आरोप में दरिंदगी के शिकार हुए मानसिक रूप से कमजोर दो नाबालिगों का माधव प्रसाद त्रिपाठी मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है। पेशाब पिलाने, पेट्रोल भरकर इंजेक्शन लगाने और नाजुक अंग में हरी मिर्च डालने की घटना पर लोग आरोपियों पर तमाम प्रकार की प्रतिक्रिया दे रहे हैं। लेकिन समाजशास्त्री इसे अशिक्षा और सामाजिक पतन और आसपास के परिवेश का असर बता रहे हैं।
उनका कहना है कि इस अमानवीय घटना को करने वाला पूर्ण रूप से अशिक्षित होगा क्योंकि पढ़ा-लिखा व्यक्ति कानून के बारे में सोचता है। जबकि मनोचिकित्सक इसे एक प्रकार के मानसिक रोग बता रहे हैं, जिसमें व्यक्ति को इसका पता नहीं रहता है कि सामने वाले के साथ क्या करना चाहिए। उन्हें हर गलत काम करने में आनंद की अनुभूति होती है। इनका कहना है कि ऐसे लोगों को इतनी सख्त सजा दी जानी चाहिए, जो नजीर बने और इस प्रकार का कृत्य करने से पहले वे कांप उठे। तभी इस प्रकार के अपराध को रोका जा सकता है।
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