Basavaraj Bommai
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कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता बसवराज बोम्मई ने भाजपा और जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) के साथ आने के लिए बातचीत के संकेत दिए। इसके बाद से ही कयास लगाए जाने लगे हैं कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले जेडीएस राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल हो सकती है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि चर्चा के नतीजे भविष्य के राजनीतिक घटनाक्रम को तय करेंगे। जेडीएस के राजग में शामिल होने की संभावना पर बोम्मई ने कहा कि यह हमारे नेतृत्व और जेडीएस अध्यक्ष एचडी देवेगौड़ा के बीच चर्चा पर निर्भर करेगा। जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने कुछ भावनाएं व्यक्त की हैं और उस दिशा में चर्चा जारी रहेगी।
हाल ही में भाजपा और जेडीएस नेताओं की ओर से लोकसभा चुनाव से पहले दोनों पार्टियों के बीच सहमति बनने के पर्याप्त संकेत मिले हैं। भाजपा के दिग्गज नेता बीएस येदियुरप्पा ने भी कहा था कि उनकी पार्टी और जेडीएस मिलकर राज्य में कांग्रेस सरकार से लड़ेंगे। कुमारस्वामी ने बयान दिया था कि परिस्थितियां बनने पर चुनावी समझ बनाने पर फैसला होगा।
इस बीच भाजपा नेता ने कहा कि बेंगलूरू में विपक्षी दलों की होने वाली बैठक का कोई राजनीतिक अर्थ नहीं है। आने वाले दिनों में ऐसी कई बैठकें हो सकती हैं, लेकिन उनका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्षी दलों के पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा को हराने के अलावा एकजुट होने का कोई विशेष एजेंडा नहीं है। अखिल भारतीय स्तर पर कोई मजबूत विपक्षी दल नहीं है। गठबंधन में क्षेत्रीय दलों की संख्या अधिक हैं।
बेंगलुरु में विपक्षी दलों का मंथन
दरअसल, देश की विपक्षी पार्टियों के शीर्ष नेता सोमवार से बेंगलुरु में होने वाले दो दिवसीय एकता बैठक में शामिल होकर 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा से मुकाबले की रणनीति पर माथापच्ची करेंगे। आम आदमी पार्टी की मांग पर कांग्रेस की सहमति के बाद इस बैठक में इस बार 26 पार्टियों के शामिल होने की उम्मीद जता रहे हैं। पिछले महीने 23 जून को पटना में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बुलावे पर 15 पार्टियां ही विपक्षी बैठक में शामिल हुईं थीं।