शिखा और कुलदीप दीक्षित
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उत्तर प्रदेश के आगरा में बाढ़ और भूस्खलन के कारण हिमाचल प्रदेश के मंडी में आगरा की सैंथिया एस्टेट कॉलोनी निवासी कुलदीप दीक्षित और उनकी पत्नी शिखा फंस गए। कुलदीप गुरुग्राम की टूर कंपनी में सीनियर मैनेजर हैं। शादी की दूसरी सालगिरह मनाने वहां गए थे।
उन्होंने नौ जुलाई को फोन करके परिवार के लोगों को कुल्लू से मंडी मार्ग पर फंसे होने जानकारी दी। बाढ़ का एक वीडियो भी शेयर किया। इसके बाद फोन नहीं लगने पर परिजन परेशान हो गए। उन्होंने पुलिस और प्रशासन से मदद मांगी। 55 घंटे बाद मंगलवार शाम को सात बजे परिवार के लोगों से उनका संपर्क हुआ। इससे परिवार की चिंता दूर हुई।
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कुलदीप (32) के मामा रजनीश मिश्रा ने बताया कि कुलदीप के पिता सरोज कुमार दीक्षित की मृत्यु हो चुकी है। कुलदीप घर में इकलौते हैं। मां कुसमा दीक्षित सैंथिया एस्टेट में रहतीं हैं। कुलदीप गुरुग्राम में ही रहते हैं। दो साल पहले उनकी शादी मुरादाबाद की शिखा से हुई थी। शिखा दीक्षित ग्राफिक्स डिजाइनर हैं। सात जुलाई को उनकी शादी की दूसरी सालगिरह थी। वह सालगिरह मनाने के लिए हिमाचल प्रदेश के तीर्थन वैली के लिए गए थे।
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जिलाधिकारी से मिले थे परिजन
कुलदीप दीक्षित के ममेरे भाई अभिषेक मिश्रा ने बताया कि मंगलवार को वह पुलिस प्रशासन से गुहार लगाई थी। जिलाधिकारी से भी मिले थे। शाम तकरीबन सात बजे ट्रैवल्स कंपनी के कर्मचारियों का चालक से संपर्क हुआ। उसने कुलदीप से बात कराई। कुलदीप ने कहा कि वो ठीक है। रास्ता खुल गया है। वह गाड़ी से निकल रहे हैं। चंडीगढ़ तक जाएंगे। इसके बाद ट्रेन से गुरुग्राम पहुंचेंगे। इससे सभी परिजन ने राहत की सांस ली।
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मां मैं ठीक हूं, आप चिंता मत करना
बेटे से बात नहीं हो पाने के कारण मां कुसमा देवी का बुरा हाल था। उन्हें अनहोनी का डर सता रहा था। शाम को बेटे का फोन आया। बेटे ने बताया कि मां मैं ठीक हूं। आप चिंता मत करना। मोबाइल टावर गिर जाने की वजह से बात नहीं हो पा रही थी। रात तक चंडीगढ़ पहुंच जाऊंगा। बेटे की आवाज सुनकर उन्होंने राहत की सांस ली। अब वो बेटे के सकुशल वापस आने का इंतजार कर रही हैं।