120 रुपये किलो टमाटर
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टमाटर की कीमतों में अचानक उतार-चढ़ाव से निपटने के लिए उपभोक्ता मामलों का मंत्रालय टमाटर ग्रैंड चैलेंज शुरू करेगा। इसमें टमाटर के उत्पादन, प्रसंस्करण व भंडारण में सुधार के लिए नए विचारों आमंत्रित किए जाएंगे। उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने बताया, चैलेंज अब से शुरू होगा। नए विचारों से प्रोटोटाइप बनाएंगे और फिर इसे आगे बढ़ाएंगे।
सचिव- जल्द घटेंगे दाम
टमाटर की आसमान छूती कीमतों को लेकर सरकार भी हरकत में आ गई है। उपभोक्ता मामलों के सचिव ने कहा कि यह कीमतें अस्थाई हैं और मौसमी हैं। जल्द ही कीमतें नीचे आ जाएंगी। कुछ इलाकों में बारिश से परिवहन पर असर पड़ा है। इसलिए कीमतों में तेजी है।
कई और सब्जियों के भी बढ़े दाम
भीषण गर्मी, कम उत्पादन और बारिश में देरी से टमाटर की खुदरा कीमतें देश के कुछ हिस्सों में अब 120 रुपये किलो तक पहुंच गई हैं। थोक बाजारों में यह 70 रुपये किलो तक है। टमाटर के साथ कुछ सब्जियों के दाम भी तेजी से बढ़े हैं। ऐसे में आरबीआई की महंगाई कम करने की कोशिशों पर ये कीमतें पानी फेर सकती हैं।
बारिश से फसलों को नुकसान
व्यापारियों के मुताबिक, मई में टमाटर की कीमतें थोक बाजार में 3-5 रुपये किलो और खुदरा बाजार में 10-20 रुपये किलो थीं। लेकिन जून में यह अचानक बढ़ गई और अब 100 रुपये के पार है। पिछले हफ्ते में टमाटर की कीमतें तीन गुना बढ़ी हैं। हरियाणा व उत्तर प्रदेश से टमाटर की आपूर्ति कम होने से बंगलूरू से टमाटर आ रहा है। हाल में बारिश से फसलों को नुकसान हुआ है। इससे व्यापारी तारों के भरोसे पौधों को खड़ा कर रहे हैं। दिल्ली के व्यापारी महाराष्ट्र के किसानों से टमाटर मंगाने के लिए बात कर रहे हैं।