विश्व स्वास्थ्य संगठन
– फोटो : पिक्साबे
विस्तार
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सोमवार को इराक में भारतीय कफ सिरप के एक बैच को घटिया करार दिया है। डब्लूएचओ का कहना है कि बैच में डायथिलीन और एथिलीन ग्लाइकोल स्वीकार्य सीमा से अधिक है।
विदेशी मीडिया के अनुसार, डब्ल्यूएचओ ने सोमवार को भारतीय दवा कंपनी फोर्ट्स (इंडिया) लेबोरेट्रीज द्वारा निर्मित कफ सिरप को घटिया बताया है। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि उत्पाद डेबिलिउ फार्मा प्राइवेट लिमिटेड है, जो भारत निर्मित है। सिरप के बैच में डायथिलीन और एथिलीन ग्लाइकोल मानक से अधिक है। कोल्ड आउट सिरप का एक नमूना इराक से प्राप्त किया गया था, जिसका लैब में जांच करवाया गया। नमूने में डायथिलीन ग्लाइकॉल (0.25 पीसी) और एथिलीन ग्लाइकॉल (2.1 पीसी) पाई गई, जो अस्वीकार्य है। एथिलीन ग्लाइकॉल और डायथिलीन ग्लाइकॉल दोनों की स्वीकार्य सीमा 0.10 प्रतिशत तक है। निर्माता-विक्रेता ने उत्पाद की सुरक्षा और गुणवत्ता पर डब्लूएचओ को गारंटी नहीं दी है।
बता दें, सितंबर 2022 में डब्लूएचओ ने कहा था कि मेडेन फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड के चार उत्पाद भी जांच के दायरे में हैं। वहीं, दिसंबर 2022 में डब्लूएचओ ने बायोटेक प्राइवेट के दो प्रोडक्ट्स को लेकर अलर्ट जारी किया था।