सीएम अशोक गहलोत।
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राजस्थान में लड़कियों से छेड़छाड, दुष्कर्म और दुष्कर्म का प्रयास करने वालों को अब सरकारी नौकरी नहीं मिलेगी। ऐसा करने वालों के चरित्र प्रमाण पर लिखा जाएगा कि ये छेड़छाड़ में शामिल रहा है। मंगलवार को सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी।
सीएम गहलोत ने ट्वीट कर बताया कि राज्य सरकार ने फैसला किया है कि बालिकाओं, महिलाओं से छेड़छाड़, दुष्कर्म के प्रयास और दुष्कर्म करने वाले आरोपियों व मनचलों को सरकारी नौकरियों से प्रतिबंधित किया जाएगा। इसके लिए छेड़छाड़ करने वाले मनचलों का भी पुलिस थानों में हिस्ट्रीशीटरों की तरह रिकॉर्ड रखा जाएगा। राज्य सरकार/ पुलिस की ओर से जारी किए जाने वाले इनके चरित्र प्रमाण पत्र पर यह अंकित किया जाएगा कि ये लोग छेड़छाड़ की घटनाओं में शामिल रहा है। सीएम ने कहा कि ऐसे असमाजिक तत्वों का सामाजिक बहिष्कार करना आवश्यक है।
राज्य सरकार ने फैसला किया है कि बालिकाओं एवं महिलाओं से छेड़छाड़, दुष्कर्म के प्रयास एवं दुष्कर्म के आरोपियों एवं मनचलों को सरकारी नौकरियों से प्रतिबंधित किया जाएगा। इसके लिए मनचलों का भी पुलिस थानों में हिस्ट्रीशीटरों की तरह रिकॉर्ड रखा जाएगा एवं राज्य सरकार/ पुलिस द्वारा जारी…
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) August 8, 2023
बतादें कि सीएम अशोक गलहोत ने पिछले दिनों ग्रामीण और शहरी ओलिंपिक के उद्घाटन कार्यक्रम में मनचलों का परमानेंट इलाज करने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि मनचले महिलाओं और बच्चियों को परेशान करते हैं। हम इनके नाम आरपीएससी और कर्मचारी चयन बोर्ड को भेजेंगे और इनका परमानेंट इलाज करेंगे। सीएम का ये फैसला उनके इसी वादे का एक्शन प्लान हैं।