मुरादाबाद।
बहुचर्चित सीए हत्या कांड की फाइल जनपद न्यायाधीश की अदालत में सुनवाई के लिए भेज दी गई है। बुधवार को हत्याकांड से जुड़े चारों आरोपी सीजेएम की अदालत में पेश हुए। जिसके बाद अदालत ने मुकदमे की सुनवाई के लिए पत्रावली जनपद न्यायालय भेज दी। अब 18 अगस्त से सुनवाई शुरू हो जाएगी।
मझोला क्षेत्र में 15 फरवरी को सीए श्वेताभ तिवारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से 31 मार्च को केशव सरन शर्मा और विकास शर्मा को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में आरोपियों ने बताया था कि ललित कौशिक सीए की प्रॉपर्टी पर कब्जा करना चाहता था। इस मामले में श्वेताभ तिवारी रास्ते का रोड़ा बन गया था। जिसे हटाने के लिए दस लाख रुपए की सुपारी ललित कौशिक ने दी थी। साथ ही बताया था कि इस हत्या में खुशवंत सिंह उर्फ भीम भी शामिल है। आरोपियों की निशानदेही पर घटना में इस्तेमाल अवैध हथियार भी बरामद कर लिए गए थे। कांवड यात्रा होने के कारण पुलिस चारों आरोपियों को अदालत में पेश नहीं कर पा रही थी जिस कारण से पत्रावली सुनवाई के लिए जनपद न्यायालय प्रेषित नहीं हो सकी। बुधवार को मुकदमे के विवेचक चारों आरोपियों को लेकर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट मनिंदर सिंह की अदालत में पहुंचे। अदालत ने जनपद न्यायाधीश की अदालत में पत्रावली सुनवाई के लिए भेज दी। जिस पर 18 अगस्त को सुनवाई की जाएगी।पूर्व ब्लॉक प्रमुख ललित कौशिक रामपुर जेल से और केशव सरन शर्मा, विकास शर्मा बिजनौर जेल, खुशवंत सिंह उर्फ भीम को मुरादाबाद जेल से लाकर अदालत में पेश किया गया है। संवाद