मुरादाबाद। भाजपा नेता अनुज चौधरी की हत्या की हत्या सुपारी देकर कराई थी। पुलिस टीमें पांच जिलों में शूटरों की तलाश में जुटी हैं। शनिवार को एक टीम ने जेल जाकर हत्या के मामले में सजा काट रहे कैदी से पूछताछ की। इसके अलावा ब्लॉक प्रमुख के बेटे समेत अन्य संदिग्धों से पूछताछ में हत्याकांड से लगभग पर्दा उठ गया है। केवल शूटरों की गिरफ्तारी बाकी है।
संभल के ऐचोड़ा कम्बोह थाना क्षेत्र के गांव अलिया नेकपुर निवासी भाजपा नेता अनुज चौधरी नया मुरादाबाद स्थित पार्श्वनाथ प्रतिभा सोसायटी रहते थे। जबकि उनका परिवार अमरोहा के बुखारीपुर गांव में रहता है। बृहस्पतिवार शाम सोसायटी परिसर में अनुज चौधरी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उन्हें पेट, सीने और सिर में पांच गोलियां मारी गई थीं। एक बाइक पर तीन बदमाशों ने मात्र 15 सेकेंड में वारदात को अंजाम दिया था। अनुज घटना के समय अपने पुनीत चौधरी के साथ सोसायटी परिसर में ही रोज की तरह टहल रहे थे।
अनुज के दोस्त अमरोहा के डिडौली थाना क्षेत्र के सलामतपुर निवासी संदीप सिंह ने असमोली की ब्लॉक प्रमुख हाजीबेड़ा निवासी संतोष देवी के पति प्रभाकर, उसके बेटे अनिकेत, भवालपुर निवासी अमित कुमार व पुष्पेंद्र समेत अन्य के खिलाफ केस दर्ज कराया था। पुलिस की जांच पड़ताल में सामने आया है कि असमोली की ब्लॉक प्रमुख के पति प्रभाकर और उनके बेटे अनिकेत से रंजिश चल रही थी।
इसके अलावा दो सितंबर 2020 को अमरोहा में केजीके कॉलेज के पूर्व छात्र नेता एवं संभल के भवालपुर निवासी मोहित चौधरी पर हमला हमले में अनुज का नाम सामने आया था। इसके अलावा कई लोगों से रुपयों के लेनदेन की बात भी सामने आई है। भाजपा के वरिष्ठ नेजा से नजदीकियों के कुछ लोगों की आंखों में भी अनुज खटकने लगे थे। पुलिस ने संदिग्ध लोगों से पूछताछ की। इसके अलावा जेल जाकर भी एक कैदी से लंबी पूछताछ की गई थी। पूछताछ और अन्य बिंदुओं पर जांच के बाद सामने आया है कि अनुज की हत्या सुपारी देकर कराई थी। हत्याकांड की स्कि्रप्ट लिखने वाले पुलिस की पकड़ में आ चुके हैं। अब पुलिस टीमें शूटरों की तलाश में जुटी है। मुरादाबाद के अलावा, संभल, बिजनौर, अमरोहा में दबिश दे रही हैं। इसके अलावा एक टीम उत्तराखंड के रामनगर और नैनीताल भी गई है। सीओ सिविल लाइंस अर्पित कपूर का कहना है कि कुछ लोगों की गिरफ्तारी होते ही हत्याकांड का खुलासा किया जाएगा।
सोसायटी के बाहर शूटरों को कवर देने मौजूद थे साथी
मुरादाबाद। पुलिस की अब तक जांच पड़ताल में सामने आया है कि शूटरों की संख्या तीन से अधिक थी। तीन शूटर सोयायटी में वारदात को अंजाम देने घूमे थे जबकि इनके कुछ साथी सोसायटी के बाहर गेट नंबर एक और दो के इर्द गिर्द भी मौजूद थे। अगर वारदात को अंजाम देने के बाद गेट पर शूटरों को रोका जाता या उन्हें भागने में कोई दिक्कत होती तो उन्हें कवर देने की पूरी तैयारी थी। भागने के लिए एक कार नया मुरादाबाद में रखी गई थी। वारदात के बाद शूटरों को गेट पर नहीं रोका गया तो उनके साथी भी अपना अपना स्थान छोड़कर भाग चुके थे।
फोन पर गोलियों की तड़तड़ाहट सुन रहा था मास्टर माइंड
पुलिस की जांच में ये भी बात सामने आया है कि अनुज हत्याकांड की साजिश रचने वाला मास्टर माइंड शूटरों से लगातार फोन पर संपर्क में था। इसके लिए नए सिम और मोबाइल का इस्तेमाल किया गया था। बताया जा रहा है कि मास्टर माइंड गोलियों की तड़तड़ाहट लाइव सुन रहा था। इसके बाद शूटरों ने अपने मोबाइल मुरादाबाद में ही छोड़ दिए। इसके बाद ही वह मुरादाबाद से भागे हैं।