शरद पवार की अजित पवार से मुलाकात के निकाले जा रहे सियासी मायने
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हाल ही में पुणे में अजित पवार और शरद पवार की मुलाकात हुई थी। इस मुलाकात के बाद राज्य की राजनीति में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। विपक्षी गठबंधन की भी इस पर नजर है। यही वजह है जब मुंबई में विपक्षी गठबंधन की आगामी बैठक होगी तो कांग्रेस आलाकमान इस मुद्दे पर शरद पवार से बातचीत कर सकता है। महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने यह जानकारी दी है। बता दें कि एनसीपी में अजित पवार का खेमा महाराष्ट्र में भाजपा के साथ गठबंधन कर चुका है। वहीं शरद पवार भाजपा के खिलाफ विपक्षी एकता का हिस्सा हैं।
कांग्रेस आलाकमान, शरद पवार से करेगा बात
बुधवार को महाराष्ट्र कांग्रेस की कोर कमेटी की बैठक हुई। इस बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए नाना पटोले ने कहा कि ‘सीनियर पवार को लेकर उनकी पार्टी में कोई संदेह नहीं है लेकिन लोगों में इसे लेकर भ्रम है। शरद पवार एक अलग पार्टी हैं और विपक्षी गठबंधन में उनके समर्पण को लेकर कांग्रेस पार्टी में कोई सवाल नहीं है। शरद पवार अपने फैसले लेने में सक्षम हैं और हमारी पार्टी का आलाकमान विपक्षी गठबंधन की बैठक के दौरान उनसे चर्चा भी करेगा।’
प्लान बी की चर्चाएं
नाना पटोले ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के दो प्रतिनिधि भी महाराष्ट्र कांग्रेस कोर कमेटी की बैठक में शामिल हुए। इस बैठक में विपक्षी गठबंधन INDIA की आगामी 31 अगस्त और एक सितंबर को मुंबई में होने वाली बैठक की तैयारियों को लेकर चर्चा की गई। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शरद पवार की अजित पवार से मुलाकात को लेकर शिवसेना (उद्धव ठाकरे) में नाराजगी है और ऐसी भी चर्चाएं हैं कि अगर एनसीपी, भाजपा के साथ गठबंधन करती है तो प्लान बी के तहत शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस मिलकर अगला लोकसभा चुनाव लड़ सकती हैं। हालांकि नाना पटोले ने प्लान बी की चर्चाओं को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का लक्ष्य भाजपा को हराना है और वह उन पार्टियों को साथ लाएगी, जो इस लक्ष्य को पाने में पार्टी की मदद करेंगी।
12 अगस्त को हुई थी शरद पवार की अजित पवार से मुलाकात
बता दें कि एनसीपी में टूट के बाद बीती 12 अगस्त को अजित पवार और शरद पवार की मुलाकात हुई थी। इस मुलाकात को लेकर सियासी चर्चाएं चल रही हैं। हालांकि शरद पवार ने इस मुलाकात को निजी बताया और इसमें राजनीति की बात से इनकार किया। शरद पवार ने भाजपा से गठबंधन की बात से भी इनकार कर दिया।