वाराणसी के जैतपुरा स्थित नागेश्वर महादेव मंदिर परिसर में नागकूप
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इस बार शुभ योग के साथ सोमवार (21 अगस्त) को नागपंचमी पड़ने से फलदायी होगा। 12 घंटे और 18 मिनट का शुभ योग रहेगा। पंचमी के स्वामी नागदेवता हैं। इसलिए इस दिन नागदेवता की पूजा होती है। वहीं, नागलोक की देवी मां मनसा हैं। इसलिए इस दिन इनकी पूजा का भी विधान है। वाराणसी के जैतपुरा स्थित नागेश्वर महादेव मंदिर परिसर में नागकूप की विशेष पूजा होती है।
धार्मिक मान्यता है कि इस नागकूप का दर्शन करते मात्र से ही कालसर्प समेत सभी दोष दूर हो जाते हैं। वैसे तो प्रतिदिन यहां दर्शन करने को लोग आते हैं लेकिन नागपंचमी के पर्व पर नागकूप का दर्शन करना विशेष फलदायी होता है। कालसर्प दोष निवारण में प्रधान कुंड होने के कारण यहां देश ही नहीं विदेशों से भी लोग आते हैं।
नागपंचमी का शुभ योग और मुहुर्त
ज्योतिष विमल जैन ने बताया कि श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 20 अगस्त को रात 12.23 बजे से लगेगी जो 21 अगस्त को रात 2.01 बजे तक रहेगी। वहीं, शुभ योग का अनुपम संयोग भी बन रहा है, जो 20 अगस्त को रात 9.58 बजे से अगले दिन रात 10.20 बजे तक रहेगा। आचार्य दैवज्ञ कृष्ण शास्त्री ने बताया कि 2019 के बाद इस बार नागपंचमी सोमवार को पड़ रहा है और ये दुर्लभ संयोग है।
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