काशी विश्वनाथ धाम
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बाल भिक्षावृत्ति और बाल श्रम मुक्त अभियान में श्री काशी विश्वनाथ धाम ने भारतवर्ष में चिह्नित प्रमुख 51 धर्म स्थलों में पहला स्थान प्राप्त किया है। यह जानकारी राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने दी। शनिवार को बीएचयू के स्वतंत्रता भवन में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से आयोजित छठीं वत्सल भारत संगोष्ठी में उन्होंने कहा कि बाल तस्करी को रोकने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में इसके खिलाफ अभियान चलाने और बच्चों को सुरक्षा देने की आवश्यकता है।
वहीं उन्होंने प्रथम स्थान प्राप्त करने पर सीडीओ हिमांशु नागपाल को सम्मानित किया। उन्होंने बताया कि 2014 के बाद से बाल और किशोर अधिनियम में किए गए बदलाव से इससे संबंधित अपराध कम हुए हैं। निरंतर अभियान चलाए जाने से लोग जागरूक भी हो रहे हैं। इसके पहले दिल्ली, भोपाल, मुंबई, रांची और गुवाहाटी में इस कार्यशाला का आयोजन हो चुका है।
सीडीओ हिमांशु नागपाल ने दी कार्ययोजना की जानकारी
मंत्रालय के अपर सचिव संजीव कुमार चड्ढा ने कहा कि कार्यशाला का उद्देश्य उन सभी पदाधिकारियों द्वारा किए जा रहे कार्यों का उत्सव मनाना और सराहना करना है, जो जिला और पंचायत स्तर पर काम कर रहे हैं। सीडीओ हिमांशु नागपाल ने वाराणसी में चलाए जा रहे अभियान के तहत अब तक की प्रगति और आगे की कार्ययोजना के बारे में बताया।
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