लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी
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भारत पूर्वी लद्दाख में दुनिया की ऊंची सड़क, सुरंग और फाइटर जेट बेस का निर्माण कर रहा है। यह सैन्य और नागरिक उपयोग के लिए बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की दिशा में सरकार की योजना के तहत किया जा रहा है। यह जानकारी सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी ने शुक्रवार को दी।
लेफ्टिनेंट जनरल चौधरी ने कहा, ‘बीआरओ दो साल पहले उमलिंग ला दर्रे पर सबसे ऊंची सड़क बनाने का अपना ही रिकॉर्ड तोड़ने जा रहा है। अब मिग ला-फुकचे सड़क के बनने से अगले दो कार्य सत्रों में इसे पार कर लिया जाएगा। उमलिंग ला दुनिया की सबसे ऊंची वाहनों के चलने योग्य सड़क है। 15 अगस्त को बीआरओ ने 19400 फीट की ऊंचाई पर लिकरू, मिग-ला और फुकचे को जोड़ने वाली सड़क का काम शुरू किया। इससे किसी भी आपात स्थिति में जल्द से जल्द सैनिकों की तैनाती में मदद मिलेगी।’
चौधरी ने कहा कि दुनिया की सबसे ऊंची बाइ-लेन सुरंग सेला भी तैयार है और उम्मीद है कि जल्द ही प्रधानमंत्री इसे राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
उन्होंने कहा कि सैन्य सड़क निर्माण संगठन मनाली को जांस्कर से लेह तक जोड़ने वाली शिंकू ला सुरंग भी शुरू करेगा जो सबसे ऊंची होगी और चीन में स्थित मिला सुरंग का रिकॉर्ड तोड़ देगी।
पूर्वी लद्दाख में 30 किमी दूर स्थित न्योमा एयरफील्ड के बारे में उन्होंने कहा कि फाइटर जेट के संचालन में सक्षम हवाई क्षेत्र अगले साल के अंत तक तैयार हो गया। तैयार होने पर यह दुनिया के सबसे ऊंचे एयरफील्ड में से एक होगा।