अजय राय ने चुनावों को लेकर विस्तार से बात की।
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विस्तार
कांग्रेस के नवनियुक्ति प्रदेश अध्यक्ष अजय राय लोकसभा के सियासी जंग के लिए तैयार हो रहे हैं। वह चाहते हैं कि जिस तरह कांग्रेस ने बड़ा दिल दिखाया है, उसी तरह क्षेत्रीय दल भी सामंजस्य रखें। सभी दलों को जोड़कर भाजपा के खिलाफ मजबूत मोर्चा बनाने में सहयोग करें। वह प्रियंका गांधी को वाराणसी से चुनाव लड़ाने की ख्वाहिश रखते हैं। पेश है सियासत से लेकर संगठनात्मक हालात पर उनसे हुई बातचीत के प्रमुख अंश :
सवाल : प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद आपकी प्राथमिकता क्या है?
जवाब : सितंबर में प्रदेश कार्यकारिणी और अगले दो माह में बूथ स्तर तक कांग्रेस का संगठन तैयार करेंगे। लोकसभा चुनाव की मुकम्मल तैयारी शुरू होगी। जनहित के मुद्दों को लेकर संघर्ष करेंगे। अफसरों को किसी भी व्यक्ति के हक पर डाका नहीं डालने देंगे। भाजपा की हर करतूत को उजागर करेंगे।
सवाल- कांग्रेस के संगठन में किस तरह के लोगों की जरूरत महसूस हो रही है?
जवाब- हमारे संगठन में हर वर्ग के लोग दिखाई पड़ेंगे। पूर्व पदाधिकारियों, वरिष्ठ नेताओं का सहयोग लेंगे। युवाओं को सक्रिय करेंगे। सियासी मैदान में निरंतर सक्रिय रहने वालों को वरीयता देंगे। पद देते समय इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि संबंधित व्यक्ति उस पद की जिम्मेदारी निर्वहन कर पाएगा या नहीं। जो नेता जनता के हितों को लेकर लड़ने की कूबत रखेंगे, उन्हें निरंतर आगे बढ़ाया जाएगा।
सवाल- आप प्रांतीय अध्यक्ष भी रहे हैं। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस कितनी तैयार है?
जवाब- कांग्रेस एक तिहाई सीटों पर मजबूत स्थिति में है। पूर्वांचल की ज्यादातर सीट पर संगठन तैयार है। जहां कमजोर है, वहां के लिए अगले दो माह का वक्त मांग रहे हैं। लोकसभा के लिए तैयारी के हिसाब से प्राथमिकता वाली सीटें तय करेंगे और शीर्ष नेतृत्व को रिपोर्ट देंगे। फिर उसी हिसाब से गठबंधन होगा। सीटें तय करना शीर्ष नेतृत्व का काम है। हमारी जिम्मेदारी पार्टी को सियासी मैदान में लड़ने और जीतने के काबिल बनाना है। हम उस काम में जुटेंगे।
सवाल- इंडिया में शामिल सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि बड़ी पार्टी को बड़ा दिल रखना होगा। इसे कैसे देखते हैं?
जवाब- कांग्रेस का दिल बहुत बड़ा है। यही वजह है कि पूरे देश में क्षेत्रीय दलों को एकजुट कर रहे हैं। यदि हमारा दिल बड़ा न होता तो हम यह मुहिम क्यों चलाते? जहां तक यूपी की बात है तो यहां सपा को भी बड़ा दिल दिखाना होगा। दिल तभी मिलते हैं, जब दोनों तरफ से मोहब्बत बढ़े। हम दिल बड़ा कर मोहब्बत दिखा रहे हैं। ऐसे में सपा को भी सामंजस्य बनाने में सहयोग करना होगा, ताकि दूसरे दलों को एकजुट होने में किसी तरह की समस्या न हो।
सवाल- पहले भी कांग्रेस और सपा का गठबंधन हुआ था, लेकिन नतीजा सिफर ही रहा?
जवाब- पहले बात कुछ और थी। अब हालात कुछ और हैं। मुझे भरोसा है कि इस बार इंडिया का अभियान रंग दिखाएगा और कांग्रेस के नेतृत्व में दिल्ली में सरकार बनेगी। उत्तर प्रदेश में गठबंधन को ज्यादा से ज्यादा सीटें मिलेंगी।
सवाल- लोकसभा चुनाव में गांधी परिवार से कौन-कौन मैदान में उतरेगा?
जवाब-
उत्तर प्रदेश की जनता गांधी परिवार के हर सदस्य के लिए पलक पांवड़े बिछाए हुए है। प्रदेश की जनता राहुल गांधी को अमेठी और सोनिया गांधी को रायबरेली से लोकसभा भेजने के लिए तैयार है। यहां का संगठन पूरी तरह से तैयार हो चुका है। यदि वे दूसरी सीट से भी लड़ना चाहेंगे तो संगठन उन्हें संबंधित सीट से लोकसभा में भेजने का काम करेगा।
सवाल- क्या प्रियंका गांधी वाड्रा चुनाव लड़ेंगी?
जवाब- हम चाहते हैं कि प्रियंका गांधी वाराणसी से चुनाव लड़ें। हम उन्हें न्यौता भेजेंगे। वह चुनाव लड़ीं तो हम चुनाव नहीं लड़ेंगे। प्रियंका गांधी के चुनाव का खुद संचालन करेंगे और उन्हें लोकसभा में भेजेंगे। इस सीट से मैं दो बार चुनाव लड़ चुका हूं। यहां की जनता अब यह सीट कांग्रेस की झोली में देने के लिए तैयार है। यहां से प्रियंका मैदान में उतरीं तो जीत तय है। यदि प्रियंका गांधी चुनाव नहीं लड़ती हैं तो शीर्ष नेतृत्व जहां से निर्देशित करेगा, वहां से हम चुनाव लड़ेंगे।