मुरादाबाद का जिला चिकित्सालय
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अगवानपुर नगर पंचायत में 10 दिन में बुखार से तीसरी मौत हो गई। बीते दिवस आठ महीने की बच्ची नूफ ने दम तोड़ दिया। इससे पहले 15 वर्षीय बालक और एक महिला की मौत हो चुकी है। इसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। अब तक कस्बे में जांच शिविर नहीं लगाया गया है।
मोहल्ला निहारियान निवासी मोहम्मद राशिद बाजारों में मसालों का फड़ लगाते हैं। परिवार में पत्नी नाजिश, बेटे कासिफ व रक्सान के अलावा आठ महीने की बेटी नूफ थी। राशिद के अनुसार बृहस्पतिवार को बेटी को बुखार आया था। उन्होंने एक स्थानीय झोलाछाप डॉक्टर से दवाई ली।
झोलाछाप की दवाई से उसकी सेहत में फर्क नहीं हुआ। इसके बाद उन्होंने मुरादाबाद में एक बाल रोग विशेषज्ञ को दिखाया। डॉक्टर ने बच्ची को आईसीयू में भर्ती कर लिया। रविवार सुबह दस बजे बच्ची को अचानक खून की उल्टी हो गई।
पिता के शोर मचाने पर स्टाफ जमा हो गया। स्टाफ ने बच्ची की जान बचाने का प्रयास किया लेकिन विफल रहा। बच्ची की मौत से परिवार में गम का माहौल है। कस्बे के लोगों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग को शिविर लगाकर लोगों की जांच करनी चाहिए।
झोलाछाप डॉ. समीर के खिलाफ दो मुकदमे दर्ज
थाना मझोला क्षेत्र गांव डिंडौरा में पुलिस अकादमी के ग्रास कटर मनोज की इलाज के दौरान मौत के मामले में झोलाछाप डॉ. समीर पर दो मुकदमे दर्ज किए गए हैं। एक मुकदमा परिजनों की तहरीर पर दर्ज हुआ है। जिसमें कहा गया है कि आरोपी मरीज की मौत के बाद उसके शव को बाइक पर रखकर घर के बाहर छोड़ गया था।
शव के पैर घिसटने के कारण अगुंलियों के नाखून भी उतर गए थे। दूसरा मुकदमा डिप्टी सीएमओ डॉ. संजीव बेलवाल की तहरीर पर दर्ज किया गया है। इसमें बिना पंजीकरण व डिग्री के क्लीनिक चलाने के आरोप में कार्रवाई की गई है।
छोलाझाप के इलाज से मौत के बाद गांव डिंडौरा, उत्तमपुर बहलोलपुर व खदाना में स्वास्थ्य विभाग छोलाझापों के क्लीनिक व लैब सील किए थे। डिप्टी सीएमओ की तहरीर पर दो निजी पैथोलॉजी लैब संचालकों व फर्जी डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। सीओ अर्पित कपूर ने इसकी पुष्टि की है।