मुरादाबाद। चौधरी भूपेंद्र सिंह के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद से जिला स्तर पर संगठन में चल रहे फेरबदल की कवायद को अभी तक अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका है। मुरादाबाद में जिलाध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष पद के लिए दावेदार कई हैं। जिन्हें तीन महीने से जिलाध्यक्षों की सूची घोषित होने का इंतजार है। फिलहाल सभी दावेदार लखनऊ से दिल्ली तक जोड़ तोड़ में लगे हैं।
लोकसभा चुनाव से पहले प्रदेश में भाजपा अपने 30 से 40 जिलाध्यक्षों को बदलने की तैयारी में है। इसमें महानगर अध्यक्ष भी शामिल हैं। यह तैयारी जून से चल रही है। पहले जिलाध्यक्षों की घोषणा के लिए 15 जून तक का समय बताया गया था। फिर 15 जुलाई हुई। इसके बाद पांच अगस्त और आखिर में 15 अगस्त की तारीख घोषित की गई। लेकिन अभी तक नए जिलाध्यक्षों के नामों का एलान नहींं किया जा सका है। मुरादाबाद में जिलाध्यक्ष अध्यक्ष पद के लिए क्षेत्रीय उपाध्यक्ष पिछड़ा वर्ग मोर्चा आकाश पाल, जिला कार्यकारिणी में शामिल राजन विश्नोई, कमल प्रजापति, चंद्रपाल सैनी के अलावा अजय प्रताप सिंह समेत कई भाजपाइयों ने पयर्वेक्षक के सामने दावेदारी पेश की है। महानगर अध्यक्ष पद के लिए जहां मौजूदा अध्यक्ष धर्मेंद्रनज्ञथ मिश्रा ने फिर ताल ठोंकी है तो शम्मी भटनागर, संजय शर्मा, राहुल शर्मा, ग्रीश भंडूला, प्रवेश पटेल समेत कई भाजपा नेताओं ने पयर्वेक्षक के सामने अपनी दावेदारी रखी है। पद हासिल करने के लिए दावेदार दिल्ली और लखनऊ अपने राजनीतिक गुरुओं को साधने में लगे हैं।
जातिगत गुणा गणित में उलझी जिलाध्यक्षों की घोषणा
लोकसभा चुनाव से पहले जिलाध्यक्षों के नामों का एलान कर दिया जाएगा। अध्यक्ष पद के दावेदारों के नामों पर मंथन अंतिम दौर में है। घोषणा में देरी का कारण जातिगत गुणा गणित माना जा रहा है। पार्टी की कोशिश है कि अध्यक्षों केनाम तय करते समय ऐसा जातीय संतुलन बनाया जाए जो लोकसभा चुनाव मेंं सभी वर्गों को साधा जा सके।