इस्कॉन मंदिर में जन्माष्टमी के अवसर पर भगवान कृष्ण का पंचामृत से अभिषेक करते मंदिर के अध्यक्ष पंचगौड
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
तीन लोक से न्यारी ब्रज भूमि के ह्दयस्थल वृंदावन में यशोदा नंदन कृष्ण का जन्मोत्सव कहीं दिन के उजाले में हुआ तो कहीं मध्यरात्रि मनाया गया। बांकेबिहारी मंदिर में रात 12 बजते ही कान्हा के जन्म की बधाइयां गूंज उठी। सेवायतों ने ठाकुर जी का पंचामृत महाअभिषेक किया। इस दौरान अपने आराध्य को एक पल निहारने के लिए भक्तों में होड़ लगी रही। मंदिर परिसर के अंदर ही नहीं बाहर तक हजारों लोग कतारबद्ध थे और दर्शन का यह सिलसिला रात भर चला। रात 1.55 बजे मंगला आरती के दर्शन के लिए 12 से ही श्रद्धाल अपने होटल, गेस्ट हाउस और धर्मशालाएं छोड़कर मंदिर के बाहर जम गए। आलम यह था कि वर्ष में एक बार होने वाली इस आरती का दर्शन लाभ पाने से कोई वंचित नहीं रहना चाहता था। हालांकि प्रशासन ने आरती के दौरान सीमित संख्या में ही भक्तों को अंदर जाने दिया, लेकिन इसके बाद मंदिर में श्रद्धालुओं का प्रवेश अनवरत चलता रहा।