मुरादाबाद। केंद्र सरकार की अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति योजना का पिछले दिनों किए गए सत्यापन में मुरादाबाद में करीब 13 हजार विद्यार्थी गायब मिले हैं। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी का कहना है कि आधार अपडेट न होने, फिंगर प्रिंट न मिलने और विद्यार्थियों के बाहर चले जाने की वजह से यह समस्या आई है।
मुरादाबाद जनपद में वर्ष 2022-23 सत्र में 397 शिक्षण संस्थाओं के करीब 46 हजार विद्यार्थियों ने अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति के लिए आवेदन किया था। इनमें माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के 367 स्कूल हैं। जब सरकार ने छात्रवृत्ति से पहले इन विद्यार्थियों का डाटा सत्यापित किया तो मुरादाबाद जनपद में 19 हजार ऐसे विद्यार्थी थे, जिनका डाटा सत्यापित नहीं हो सका। इस पर केंद्र सरकार ने सख्ती की तो जिलाधिकारी ने जिला विद्यालय निरीक्षक को टीमें बनाकर सत्यापन कराने के निर्देश दिए। विभाग ने एक दिन 60 स्कूलों में, दूसरे दिन 80 स्कूलों में और तीसरे दिन सौ स्कूलों में दो पालियों में अपने शिक्षक पर्यवेक्षक के रूप में भेजकर सत्यापन करवाया। इसके बावजूद करीब 13 हजार विद्यार्थियों का सत्यापन ही नहीं हो सका। सत्यापन ड्यूटी में लगे शिक्षकों का कहना है कि जितनों का सत्यापन होना था, वह हो चुका। अब शायद ही शेष विद्यार्थी सत्यापन को पहुंचें।
शिक्षक बोले- बाहर चले गए बच्चे
ठाकुरद्वारा के एक स्कूल में कुल 33 विद्यार्थियों में से 13 विद्यार्थी शहर के बाहर जा चुके हैं। वहीं शरीफनगर ठाकुरद्वारा के कुल पंजीकृत 25 विद्यार्थियों में से 22 विद्यार्थी बाहर चले गए हैं। वहीं रामपुर घोघर के एक कॉलेज में 37 विद्यार्थियों का पंजीकरण था। इनमें से सत्यापन के लिए 32 विद्यार्थी कॉलेज ही नहीं पहुंचे। रामूवाला गणेश के एक विद्यालय में 25 में से 17 विद्यार्थी सत्यापन के लिए नहीं पहुंचे। मूंढापांडे के करनपुर के विद्यालय में पंजीकृत 23 में से एक भी विद्यार्थी का सत्यापन नहीं हुआ। शहर के बड़े बालिका कॉलेज में 133 में से 50 छात्राओं का सत्यापन नहीं हुआ है।