अमरोहा के जिला अस्पताल में भर्ती मरीज
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जिले में बुखार अब बेकाबू होने के साथ-साथ जानलेवा बनता जा रहा है। हसनपुर के गांव उधनपुर में बुखार से एक ही दिन में प्रियंका (20) पत्नी सूरज, रीना (27) पत्नी अजब सिंह की मौत हो गई। गजरौला के मोहरका पट्टी में छात्र मोंटी (13) की बुखार से जान चली गई। उधर, बछरायूं के मोहल्ला चौधरियान में छात्र अली अयाज (19) पुत्र खालिद सलमानी की मौत हो गई।
बुखार से एक के बाद एक हो रही मौतों से से स्वास्थ्य विभाग में भी बेचैनी बढ़ने लगी है। हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि जिन गांवों में बुखार का प्रकोप है, वहां कैंप लगाकर मरीजों की जांच कराई जा रही है। गांव उधनपुर निवासी किसान अजब सिंह की 27 वर्षीय पत्नी रीना को रक्षाबंधन के दिन बुखार आया था।
तभी से परिजन रीना का उपचार करवा रहे थे। पहले परिजनों ने उसका उपचार हसनपुर के निजी अस्पताल से करवाया। इसके बाद फायदा नहीं हुआ तो दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद व मेरठ तक लेकर गए लेकिन हालत में सुधार नहीं हुआ। मंगलवार की सुबह को उपचार के दौरान मेरठ में रीना की मौत हो गई।
उधर, गांव में सूरज की पत्नी प्रियंका को भी कई दिनों से बुखार आ रहा था। शुरू में हसनपुर के चिकित्सकों से उपचार कराया। हालत में सुधार नहीं होने पर रेफर कर दिया गया। उपचार के दौरान सोमवार को प्रियंका की मौत दिल्ली के अस्पताल में हुई। इससे करीब दस दिन पहले गांव निवासी महावीर की पत्नी शिक्षा देवी (40) की बुखार से मौत हो गई थी।
गजरौला के मोहरका पट्टी गांव निवासी सुनील मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करते हैं। उनका बेटा मोंटी कक्षा का छात्र था। वह गजरौला के ज्ञान भारती इंटर कॉलेज में पढ़ता था। उसे कई दिन पूर्व बुखार आया। जिसके चलते उसे गजरौला के निजी अस्पताल में भर्ती कराया।
कई दिन भर्ती रहा लेकिन उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ। परिजन उसे मेरठ ले गए। सोमवार की रात उसने मेरठ में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। उधर, बछरायूं के मोहल्ला चौधरियान निवासी खालिद सलमानी के पुत्र अली अयाज सीएसएस एकेडमी में इंटर का छात्र था।
उसे 12 दिन से बुखार आ रहा था। पहले परिजनों ने उसे स्थानीय चिकित्सकों के यहां दिखाया, लेकिन सेहत में सुधार नहीं हुआ। परिजन उसे बाद में दिल्ली के अस्पताल में ले गए। जहां मंगलवार की सुबह उसकी मौत हो गई।
प्रियंका की तीन माह पहले हुई थी शादी
गांव उधनपुर में बुखार से मरने वाली प्रियंका की तीन माह पहले ही शादी हुई थी। उसके हाथों से अभी मेहंदी का रंग भी पूरी तरह से नहीं छूट पाया था। लेकिन इसी बीच जानलेवा बुखार ने प्रियंका को मौत की नींद सुला दिया। उधर, गांव में बुखार से मरने वाली दूसरी महिला रीना ने अपने पीछे दो बच्चे छोड़े हैं। बच्चों का रो-रोकर बुराहाल है।
दस दिन के भीतर बुखार से तीन मौतें, सौ से ज्यादा बीमार
हसनपुर क्षेत्र के गांव उधनपुर में जानलेवा बुखार का प्रकोप इतना हावी है। पिछले दस दिन के भीतर गांव के अंदर तीन महिलाओं की मौत हो गई। बुखार से तीन महिलाओं की मौत हो जाने और कई लोगों की हालत गंभीर है। इसके अलावा गांव में सौ से अधिक लोगों बुखार की चपेट में है। जिससे गांव में दहशत बनी हुई है।
हालांकि सोमवार को गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पहुंचकर मरीजों को दवाएं बांटी। गांव में शिक्षा देवी, प्रियंका और रीना की बुखार से मौत हो चुकी है। इसके अलावा गांव में सीमा देवी, सुमित चौहान, सनी, तनु चौहान, राजकुमार, राजेश्वरी, निकिता, तुषित, मोनू, संजय, प्रकाश सिंह, प्रियंका, सोनिका को बुखार है।
इसके अलावा लवी कुमार, कविता, विनेश, अकांक्षा, रिंकी, पुष्पेंद्र, लता, जरीना, माया, गंगाराम, अतरकली समेत सौ से ज्यादा लोग बुखार से पीड़ित है। सीएचसी अधीक्षक डॉक्टर ध्रुवेंद्र सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य टीम ने सोमवार को गांव में कैंप लगाकर दवाएं बांटी थी। खून की जांच के लिए मरीजों के सैंपल लिए गए थे। अब फिर से कैंप लगाया जाएगा।