एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी
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हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने केंद्र सरकार पर हमला किया है। दरअसल, बीते दिनों पाकिस्तानी आतंकियों द्वारा सुरक्षाबलों के चार जवानों की हत्या पर प्रधानमंत्री की चुप्पी की ओवैसी ने आलोचना की है। ओवैसी ने पूछा है कि क्या केंद्र अब फिर सर्जिकल स्ट्राइक करेगा। इस दौरान उन्होंने वर्ल्ड कप को लेकर भी सवाल उठाए।
प्रधानमंत्री मोदी पर ओवैसी ने किया हमला
एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी रविवार को हैदराबाद रियासत के विलय की वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित राष्ट्रीय एकता दिवस कार्यक्रम की सार्वजनिक बैठक को संबोधित करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से आतंकवादी भारत आए और एक कर्नल की हत्या कर दी। आतंकियों ने एक मेजर और एक डिप्टी एसपी की भी हत्या कर दी लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र चुप हैं। उन्होंने कहा कि 2019 में जब पुलवामा हमला हुआ था तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुस्सा व्यक्त किया था लेकिन हाल ही में हुए हमले को लेकर वह चुप हैं, कुछ नहीं बोल रहे। ओवैसी ने कहा कि यह अजीब है कि पीएम मोदी चुप हैं। यह केंद्र की विफलता है कि पाकिस्तान से आतंकी भारत आ रहे हैं। आप अब कब सर्जिकल स्ट्राइक करेंगे।
क्रिकेट वर्ल्ड कप को लेकर भी साधा निशाना
इसके अलावा, उन्होंने वर्ल्ड कप को लेकर भी केेंद्र से सवाल पूछा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी आतंकी एक तरफ जम्मू-कश्मीर में हमारे जवानों की जिंदगी के साथ मैच खेल रहे हैं क्या यह कम था कि अब पाकिस्तानी क्रिकेट टीम भी गुजरात के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में भारतीय क्रिकेट टीम के साथ मैच खेलेगी।
प्रथम प्रधानमंत्री नेहरू पर भी साधा निशाना
सासंद ओवैसी ने गृहमंत्री अमित शाह पर भी झूठ बोलने का आरोप लगाया। दरअसल, केंद्र द्वारा आयोजित हैदराबाद मुक्ति दिवस के कार्यक्रम में शाह ने कहा था कि सरदार पटेल ने राष्ट्र प्रथम सिद्धांत का पालन करते हुए योजना बनाई और निजाम की रजाकर सेना को बिना रक्तपात के आत्मसमर्पण के लिए मजबूर कर दिया। शाह के इसी बयान पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि कार्रवाई के बाद पंडित सुंदरलाल के नेतृत्व में एक समिति ने हैदराबाद राज्य का दौरा किया। इसके बाद उनके द्वारा बनाई गई रिपोर्ट में पंडित सुंदरलाल ने कहा कि संघर्ष में 20,000 से अधिक मुस्लिम मारे गए थे। उस दौरान भी पंडित जवाहरलाल नेहरू ने झूठ कहा था कि बिना रक्तपात के हैदराबाद का विलय हुआ और आज शाह ने भी झूठ कहा। पंडित सुंदरलाल की रिपोर्ट पूर्व पीएम नेहरू और गृहमंत्री शाह के बयानों को झूठा साबित करती है।