कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया
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कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार में सबकुछ सही नहीं चल रहा है। दावा किया जा रहा है कि सिद्धारमैया सरकार जनवरी के बाद नहीं चलेगी। बता दें कि भाजपा विधायक बासनगौड़ा आर पाटिल ने यह दावा किया है। बासनगौड़ा ने कहा कि 45 लोग उनकी पार्टी के संपर्क में हैं। उन्होंने ये भी कहा कि जब हम सीएम बनने वाले हैं तो नेता विपक्ष की नियुक्ति ही क्यों करें!
भाजपा विधायक का बड़ा दावा
बासनगौड़ा आर पाटिल यत्नाल ने कहा कि ‘उन्होंने (कांग्रेस सरकार) बीके हरिप्रसाद को वरिष्ठता को अहमियत नहीं दी, जिससे वह दुखी हैं। बीके हरिप्रसाद ने सिद्धारमैया के बारे में क्या कहा, यह उनका आंतरिक मामला है। लेकिन ये सारे घटनाक्रम बता रहे हैं कि जनवरी के बाद यह सरकार नहीं चलेगी। 45 लोग हमारे संपर्क में हैं। हम नेता विपक्ष की नियुक्ति के लेकर चिंता क्यों करें, जब हम मुख्यमंत्री ही बनने वाले हैं।’
बता दें कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बीके हरिप्रसाद को सिद्धारमैया सरकार की कैबिनेट में जगह नहीं मिली है। जिससे बीके हरिप्रसाद नाराज बताए जा रहे हैं। अब उन्होंने प्रदेश व्यापी दौरा शुरू कर दिया है, जिसमें वह ओबीसी समुदाय के साथ बैठकें कर रहे हैं और रैलियां कर रहे हैं। बैठकों के दौरान हरिप्रसाद सीएम सिद्धारमैया के खिलाफ खुलकर बयानबाजी कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सीएम सिद्धारमैया ने इसकी शिकायत पार्टी के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला से कर कार्रवाई की मांग की है।
तीन डिप्टी सीएम बनाने की मांग
वहीं कर्नाटक कांग्रेस में तीन डिप्टी सीएम और बनाने की मांग उठ रही है। कांग्रेस के एक नेता ने हाल ही में एससी/एसटी वर्ग, अल्पसंख्यक वर्ग और वीरशैव लिंगायत समुदाय से एक-एक नेता को उपमुख्यमंत्री बनाने की मांग की है। आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए यह मांग की जा रही है। सीएम पद को लेकर भी सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के बीच खींचतान देखने को मिली थी। हालांकि बाद में डीके शिवकुमार डिप्टी सीएम बनने के लिए तैयार हो गए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, डीके शिवकुमार ने किसी अन्य को डिप्टी सीएम नहीं बनाने की मांग की थी। अब तीन और डिप्टी सीएम बनाने की मांग कहीं न कहीं डीके शिवकुमार की परेशानी बढ़ा सकती है।