कुएं से पानी लाती गांव की महिलाएं।
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सहारनपुर में तहसील मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर ब्रिटिश शासनकाल में वर्ष 1933 में शिवालिक तलहटी के जंगल में बसाए गांव कालूवाला टोंगियो के ग्रामीण आजादी के 76 वर्ष बाद भी बिजली, पानी, शिक्षा और चिकित्सा की मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे हैं। स्कूल में पढ़ाई करने के लिए बच्चों को छह किलोमीटर दूर जाना पड़ता है।
वर्ष 2005 में वनाधिकार कानून बनने के बाद वर्ष 2018 से इस टोंगिया गांव में कालूवाला पहाड़ीपुर उर्फ जहानपुर ग्राम पंचायत के तहत विकास कार्य शुरु होने तो हुए, लेकिन वे अभी भी अपर्याप्त हैं। गांव में अभी मात्र 19 परिवारों के ही पक्के मकान और 25 परिवारों को टीन शेड मिल सके हैं, जबकि 30 परिवार अभी भी छप्पर में गुजर बसर कर रहे हैं।