संसद
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संसद का पांच दिनी विशेष सत्र एक दिन पहले ही स्थागित हो गया। संसद के इस सत्र में ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ ही छाया रहा, जो लोकसभा और हर विधानसभाओं में 33 फीसदी महिला आरक्षण को सुनिश्चित करता है। विशेष सत्र के दूसरे दिन केंद्रीय कानून मंत्री ने लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पेश किया, जो तीसरे दिन 454 वोटों से पास हो गया। इसके बाद विशेष सत्र चौथे दिन बिल राज्यसभा में पेश किया गया, जो निर्विरोध 214 वोटों के साथ पारित हो गया। अब जानते हैं कि संसद के इस विशेष सत्र में कितना काम हुआ-
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बताया कि तेरहवीं सत्र में लोकसभा की उत्पादकता 132 फीसदी रही। इस दौरान लोकसभा में चार बैठकें हुई। विशेष सत्र के दौरान लोकसभा में 31 घंटे काम हुआ। संविधान के 128 वें संशोधन विधेयक ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ पर नौ घंटे 57 मिनट तक चर्चा हुई। विधेयक पर लोकसभा में बहस के दौरान 60 सदस्यों ने भाग लिया था, जिसमें 32 महिला सांसद शामिल थी।
इन विषयों पर भी हुई चर्चा
लोकसभा अध्यक्ष ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई ‘संविधान सभा से लेकर 75 वर्षों की संसदीय यात्रा – उपलब्धियां, अनुभव, यादें और सीख’ विषय पर चर्चा पर छह घंटे 43 मिनट चर्चा हुई, जिसमें 36 सदस्यों ने भाग लिया। उन्होंने आगे कहा कि 21 सितंबर 2023 को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चंद्रयान-3 की सफलता सहित देश की अन्य उपलब्धियों पर चर्चा शुरू की, जो 12 घंटे 25 मिनट तक चली। इस दौरान सदन के 87 सदस्यों ने इसमें भाग लिया। लोकसभा अध्यक्ष ने बताया कि सत्र के दौरान 120 कागजात पटल पर रखे गए थे।
विशेष सत्र इसलिए भी रहा खास
संसद सत्र के दूसरे दिन से संसदीय कार्यवाही नए संसद भवन में की गई। केंद्रीय मंत्री ने नए संसद भवन में ही ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ पेश किया। नए संसद की यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने सभी सांसदों के साथ फोटो खिंचवाई और पुराने संसद भवन की मधुर यादें लिए नए पड़ाव की ओर बढ़ गए।