चित्रकूट जिले में शंकरगढ़ (प्रयागराज) के व्यापारी पुष्पराज केसरवानी के चित्रकूट में कई रिश्तेदार रहते हैं। उनके एक पुत्र और एक पुत्री थे। रिश्तेदारों ने बताया कि बेटा जंगली जानवरों को देखने का शौकीन था। घर के अगल-बगल के घरों में पाले गए खरगोश, कुत्ते, सफेद चूहे, तोता, कबूतरों को देखने जाता था।
इसी शौक को अपहरणकर्ताओं ने भुनाया और शनिवार को विश्वासपात्र ट्रक चालक लोकनाथ के भाई सुखदेव ने उसे खरगोश दिखाने के बहाने घर के बाहर से बाइक पर बैठाकर ले गया। घटना के समय ट्रक चालक व्यापारी के घर के गोदाम में माल उतरवा रहा था। उसकी निगरानी में पूरा मामला रहा।
बरगढ़ निवासी लोकनाथ तीन साल से व्यापारी के यहां ट्रक चालक था। लोकनाथ परिवार का विश्वासपात्र था। चालक के परिवार के अन्य लोगों का भी व्यापारी के घर कभी कभार आना-जाना था। शुभ केसरवानी सभी से परिचित था। इसी वजह से वह लोकनाथ के भाई सुखदेव के झांसे में आ गया और उसके साथ चला गया।
पुलिस ने घटनास्थल से की बरामदगी
सुखदेव के साथ भतीजा गणेश भी था। रिश्तेदारों के अनुसार सीसीटीवी फुटेज से पता चला है कि घटना के समय चालक लोकनाथ ने ही कुछ दूर खड़े भाई और भतीजे को इशारा कर बताया कि शुभ घर से निकल गया है। बरगढ़ के अरवारी जंगल में शुभ के चप्पल मिले हैं। इसके अलावा रक्तरंजित पत्थर, एक गमछा, चारपाई बीनने वाला पट्टा भी मिला है।
दो डॉक्टरों के पैनल ने किया पोस्टमार्टम
इसी से किशोर को बांधा था। उसके सिर पर चोट है। ऐसे में शक है कि पत्थर से मारकर और गला दबाकर उसकी हत्या की गई है। थाना प्रभारी बरगढ़ अंजनी सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से सही जानकारी हो सकेगी। मृतक शुभ के शव का पोस्टमार्टम दो डॉक्टरों की टीम ने किया। इसके अलावा पोस्टमार्टम की वीडियो रिकॉर्डिंग भी कराई गई है।
पहचान और पुलिस सूचना से डर कर की हत्या
तीन बार फोन कर डभौरा के जंगल में 15 लाख रुपये मंगाने वाले अपहरणकर्ताओं ने आखिर किशोर की हत्या क्यों कर दी यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। पीड़ित व्यापारी ने फोन कर अपहृतों को रुपये पहुंचाने का आश्वासन भी दिया था। इसके बाद पुलिस सूचना भी दी गई। इससे पुलिस सक्रिय हो गई थी।
आरोपियों ने अपनी शर्ट दो बार बदली
मप्र के डभौरा, चित्रकूट के बरगढ़ व प्रयागराज की पुलिस टीमें सक्रिय हुईं। इसकी भनक अपहृतों को लग गई। किशोर ने भी उन सभी को पहचान लिया था। अपनी पहचान उजागर होने के भय से उसकी हत्या कर दी गई। अपहरण करने वाले बेहद शातिर थे। घटना से लेकर भागे जाने तक के बीच दो आरोपियों ने अपनी शर्ट दो बार बदली। पुलिस ने दोनों शर्ट बरामद की है। एक में खून के छींटे लगे हैं।