यूएनजीए में बोले एस जयशंकर
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संयुक्त राष्ट्र महासभा के 78वें सत्र को विदेश मंत्री जयशंकर ने संबोधित किया। संबोधन की शुरुआत उन्होंने ‘भारत की ओर से नमस्ते’ कहकर की। उन्होंने कहा, भारत ने दिसंबर 2022 में असाधारण जिम्मेदारी की भावना के साथ जी20 की अध्यक्षता संभाली थी। वहीं जयशंकर ने उन देशों पर कटाक्ष किया जो पहले दुनिया का एजेंडा तय करते थे।
उन्होंने व्यंग्यात्मक तरीके से कहते हुए कहा, वे दिन खत्म हो गए हैं, जब कुछ देश एजेंडा तय करते थे और उम्मीद करते थे कि अन्य लोग भी उनके साथ आ जाएंगे। दिल्ली का एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य का दृष्टिकोण केवल कुछ लोगों के हितों पर नहीं, बल्कि कई लोगों की प्रमुख चिंताओं पर ध्यान केंद्रित करने का प्रयास करता है।
साथ ही उन्होंने कहा, भारत को जी20 की अध्यक्षता ऐसे समय मिली जब दुनिया असाधारण उथल-पुथल के दौर से गुजर रही है। वैसे भी, संरचनात्मक असमानताओं और असमान विकास ने ग्लोबल साउथ पर बोझ डाला है।
अफ्रीकी संघ को जी20 की स्थायी सदस्य मिली
जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र के 78वें सत्र को संबोधित करते हुए कहा, भारत के प्रयास से ही अफ्रीकी संघ को जी20 के स्थायी सदस्य के रुप में स्वीकार किया गया। ऐसा करके हमने पूरे महाद्वीप को आवाज दी, जिसका लंबे समय से हक था।
उन्होंने कहा, नई दिल्ली जी20 शिखर सम्मेलन के नतीजे निश्चित रूप से आने वाले वर्षों में प्रभावी होंगे। सतत विकास लक्ष्यों के लिए कार्य योजना, आज की एक महत्वपूर्ण आवश्यकता है। LiFE के उच्च सिद्धांत (पर्यावरण के लिए जीवन शैली) और हरित विकास संधि भी समान रूप से महत्वपूर्ण हैं। क्योंकि वे हमारे ग्रह के भविष्य के प्रति हमारे दृष्टिकोण को आकार देते हैं।