पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस
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पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने राज्य चुनाव आयोग के आयुक्त को तलब किया। पंचायत चुनाव में हो रही हिंसा को लेकर राज्यपाल राजभवन में आयुक्त से मुलाकात करेंगे।
राजभवन के एक अधिकारी ने बताया कि राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने रविवार शाम राज्य चुनाव आयोग आयुक्त राजीव सिन्हा को चुनावों के दौरान हो रही हिंसा के कारण तलब किया है। मुलाकात के दौरान, राज्यपाल बोस आयुक्त सिन्हा से स्थिति का जायजा लेंगे और हिंसा पर लगाम लगाने में हो रही देरी का कारण जानना चाहेंगे। बता दें, यह तीसरी बार होगा कि जब राज्यपाल ने राज्य चुनाव आयुक्त को तलब किया है। हालांकि, सिन्हा इससे पहले दो बार राज्यपाल के सामने पेश नहीं हुए थे। उन्होंने दलील दी थी कि चुनावी व्यस्तता के कारण वह मुलाकात नहीं कर पा रहे।
राज्यपाल ने नियुक्ति पत्र किया था वापस
पंचायत चुनाव में नामांकन के दौरान हो रही हिंसा को लेकर कलकत्ता हाईकोर्ट ने सीबीआई जांच का आदेश दिया था। इस वजह से राज्यपाल ने राज्य चुनाव आयुक्त राजीव सिन्हा को चर्चा के लिए बुलाया था। लेकिन चुनाव आयुक्त राज्यपाल के सामने नहीं पहुंचे।
इसके बाद राज्यपाल बोस ने सिन्हा का नियुक्ति पत्र स्वीकार करने से इनकार कर दिया था। उन्होंने पत्र को वापस राज्य सचिवालय भेज दिया। इससे पहले भी उन्हें एक बार बुलाया गया था, लेकिन तब भी उन्होंने राजभवन आने से मना कर दिया गया था। सिन्हा को पिछले ही महीने चुनाव आयुक्त के पद पर नियुक्त किया गया था। इससे पहले, सितंबर 2019 से सितंबर 2020 तक सिन्हा राज्य के मुख्य सचिव भी रह चुके हैं। उन्हें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का खास माना जाता है।
आठ जुलाई को पंचायत चुनाव
पश्चिम बंगाल में एक ही चरण में आठ जुलाई को ग्रामीण इलाकों में मतदान होगा। तारीखों के एलान के बाद से ही राज्य में आचार सहिंता लागू हो गई थी। 15 जून को नामांकन का अंतिम दिन था। आठ जुलाई को हुए मतदान के नतीजा का एलान 11 जुलाई को किया जाएगा। जिला परिषद, पंचायत समिति और ग्राम पंचायत चुनाव में लगभग 74 हजार उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, जिनका फैसला राज्य के पांच करोड़ मतदाताओं के हाथों में है।