Dengue: बांग्लादेश में डेंगू के कारण बिगड़े हालात, दो लाख से अधिक केस-हजारों की मौत, भारत में कैसी है स्थिति?

Dengue: बांग्लादेश में डेंगू के कारण बिगड़े हालात, दो लाख से अधिक केस-हजारों की मौत, भारत में कैसी है स्थिति?


डेंगू वैश्विक स्तर पर गंभीर स्वास्थ्य जोखिम रहा है, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की रिपोर्ट के मुताबिक हर साल इस रोग के कारण दुनियाभर में करीब 35-36 हजार से अधिक लोगों की मौत हो जाती है। भारत के कई राज्यों सहित पड़ोसी देश बांग्लादेश में इन दिनों डेंगू के कारण बिगड़े हुए हालात देखे जा रहे हैं। आधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि इस साल की शुरुआत से अब तक बांग्लादेश में डेंगू बुखार से 1,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जो देश में मच्छर जनित बीमारी का सबसे बड़ा प्रकोप माना जा रहा है।

बांग्लादेश के साथ भारत के भी कई राज्यों में मच्छर जनित इस रोग के कारण हालात बिगड़ने की खबरें हैं। राजधानी दिल्ली-कोलकता में अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। डॉक्टर्स बताते हैं, दिल्लीै-एनसीआर के अस्पतालों की ओपीडी में आने वाले 50-60 फीसदी रोगियों में डेंगू का निदान किया जा रहा है। यह बड़ा स्वास्थ्य जोखिम है, जिसको लेकर सभी लोगों को अलर्ट रहने की आवश्यकता है। 

इस साल दो लाख से ज्यादा मामले

रविवार को प्रकाशित बांग्लादेश स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय के आंकड़ों में कहा गया है कि देश में इस साल दो लाख से अधिक मामलों की पुष्टि की गई है जिसमें से 1,006 लोगों की मौत हो गई है। एजेंसी के निदेशक ने मीडिया को बताया कि इस साल अब तक हुई मौतों की संख्या साल 2000 के बाद से पहली बार इतनी अधिक है। यह बांग्लादेश और दुनिया दोनों में एक बड़ी स्वास्थ्य घटना है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, मृतकों में 15 साल और उससे कम उम्र के 112 बच्चे शामिल हैं, रोग के कारण शिशुओं की भी मौत हो रही है। 

क्यों बिगड़े हालात?

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है मानसून के दौरान अनियमित वर्षा और गर्म तापमान के कारण देश में इस तरह के हालात बने हैं, जिसने मच्छरों के लिए आदर्श प्रजनन स्थिति पैदा की है। बांग्लादेश में डेंगू रक्तस्रावी बुखार का पहला प्रकोप 2000 में दर्ज किया गया था। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। मच्छरों के प्रजनन को कम करने के लिए बड़े स्तर पर दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है।

बिहार और कोलकता में भी हालात ठीक नहीं

बांग्लादेश के अलावा भारत में भी कई राज्यों में डेंगू के मामले तेजी से बढ़े हैं। बिहार में सितंबर में डेंगू के 6,146 मामले सामने आए, जो पिछले पांच वर्षों में सबसे अधिक है। बिहार में इस साल 6,421 मामले दर्ज किए गए, जिनमें से 6,146 केवल सितंबर में दर्ज किए गए, जो सितंबर 2022 में दर्ज 1,896 से तीन गुना अधिक है।

वहीं पश्चिम बंगाल से प्राप्त जानकारियों के मुताबिक राज्य में इस साल डेंगू के संक्रमितों की संख्या 38 हजार से अधिक हो गई है। हालिया रिपोर्ट में कोलकता में एक 20 वर्षीय की मौत की भी खबर है।

दिल्ली में कैसे हैं हालात?

नगर निकाय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक 22 सितंबर तक दिल्ली में डेंगू के कुल 3,013 मामले सामने आए। पिछले वित्तीय वर्ष में डेंगू के 4,469, 2021-22 में 9,613 और 2020-21 में 1,072 मामले दर्ज किए गए थे। स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं अस्पताल में बुखार और दर्द की शिकायत लेकर आने वाले ज्यादातर रोगियों में डेंगू की पुष्टि की जा रही है। डॉक्टरों ने सभी लोगों को रोग से बचाव के लिए उपाय करते रहने की अपील की है।

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नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है। 

अस्वीकरण: अमर उजाला की हेल्थ एवं फिटनेस कैटेगरी में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को अमर उजाला के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। अमर उजाला लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।



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