AMU: आईएसआईएस-लश्कर से दो छात्रों के आतंकियों के तौर पर नाम जुड़े, फिर भी एएमयू मांग रही लिखित ब्योरा

AMU: आईएसआईएस-लश्कर से दो छात्रों के आतंकियों के तौर पर नाम जुड़े, फिर भी एएमयू मांग रही लिखित ब्योरा



एएमयू
– फोटो : Amar Ujala

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राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा आईएसआईएस से जुड़े एएमयू छात्र फैजान अंसारी के बाद अब एएमयू के पूर्व छात्र अरशद वारसी को भी गिरफ्तार किया है। उसके आईएस-लश्कर से जुड़े होने की बात सामने आई है। मगर फैजान की तरह इसकी गिरफ्तारी को लेकर भी एएमयू का कहना है कि अभी तक लिखित रूप से कोई ब्योरा नहीं मिला है। इसलिए यह कहना बेहद मुश्किल है कि अरशद नाम का कोई युवक छात्र रहा भी है या नहीं। अगर लिखित में स्पष्ट तौर पर कुछ मिलेगा तो जांच के बाद बताया जा सकेगा। हालांकि स्थानीय एजेंसियां अरशद के स्थानीय कनेक्शन पर काम करने में जुट गई हैं।

राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने पहले 19 जुलाई को फैजान अंसारी को उसके झारखंड स्थित घर से गिरफ्तार किया था। एएमयू के स्नातक छात्र फैजान के विषय में उजागर हुआ था कि वह आईएसआईएस मॉड्यूल का सक्रिय सदस्य है। उसके जमालपुर स्थित किराए के कमरे पर छापा मारकर काफी कुछ बरामद किया। इसी क्रम में जांच करते हुए एक अन्य युवक का नाम सामने आया। वह भी अलीगढ़ के किसी संस्थान से फैशन डिजाइनिंग का कोर्स करने आया और आईएस से जुड़ा। हालांकि वह आज तक फरार है।

 इस दौरान उजागर हुआ कि एएमयू में बीए ऑनर्स इकोनॉमिक्स का छात्र फैजान यूनिवर्सिटी कैंपस के पास एक लॉज में रहता था। वहां पढ़ाई के दौरान वह कुछ कट्टरपंथी व्यक्तियों के संपर्क में आया जो आईएसआईएस के संपर्क में थे। उन्होंने एक समूह बनाया, जो दूसरों को आईएसआईएस में शामिल होने के लिए प्रभावित करने की कोशिश कर रहा था। आशंका है कि कहीं आतंकी शाहनवाज और अरशद भी तो इस समूह से जुड़े हुए नहीं थे। इसी क्रम में अब झारखंड के ही पूर्व इंजीनियरिंग छात्र अरशद को मुरादाबाद से दबोचा है। साथ में उजागर हुआ है कि एक लड़की को उसके साथी ने यहां से धर्म परिवर्तन के बाद साथ ले जाकर शादी की। बाद में उसे बम बनाना सिखाया। 

इस विषय में एएमयू स्तर से फैजान की तरह रटा हुआ जवाब दिया जा रहा है कि अरशद के विषय में लिखित में न तो कोई जानकारी मांगी है और इस नाम से कोई छात्र स्पष्ट नहीं हो पा रहा। जब तक लिखित न मांगा जाए, तब तक बता पाना संभव नहीं। इसी तरह के तर्क के साथ आज तक एएमयू ने फैजान पर भी कोई कार्रवाई नहीं की। हालांकि दिन भर रिकार्ड खंगाले जाने का काम जारी रहा।  एएमयू के डिप्टी प्रॉक्टर नवाज अली जैदी का कहना है कि मीडिया से जो जानकारी मिली है। वह आधी अधूरी है। इसलिए स्पष्ट तौर पर कुछ नहीं बताया जा सकता। फिर भी जानकारी जुटाने का प्रयास जारी है।



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