मुरादाबाद।
जीआरपी ने 14 साल से फरार चल रहे हत्या के अपराधी मोहसिन (53) को शाहजहांपुर से गिरफ्तार किया है। ठाकुरद्वारा के वार्ड 12 इमली वाली ज्यारत निवासी मोहसिन पर थाना काशीपुर जिला ऊधमसिंह नगर में 2004 में हत्या का केस दर्ज हुआ था। वह 2008 तक हल्द्वानी जेल में बंद रहा।
इस बीच जेल में उसने कर्मचारियों व कैदियों के साथ मारपीट की। इस मामले को लेकर उसे देहरादून जेल ट्रांसफर कर दिया गया। जबकि उसके मुकदमे की पेशी हल्द्वानी कोर्ट में ही होती थी। एक जून 2009 को वह हल्द्वानी कोर्ट में पेशी के बाद पुलिस कस्टडी में काठगोदाम एक्सप्रेस से देहरादून जेल लौट रहा था। मुरादाबाद में रामगंगा नदी के पुल के पास ट्रेन रुकी तो मौका देखकर पुलिस की गिरफ्त से फरार हो गया। यह मुकदमा मुरादाबाद जीआरपी थाने में लिखा गया था।
पुलिस ने 14 साल में काफी प्रयास किए लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। अब वांछित अपराधियों को पकड़ने के लिए उच्चाधिकारियों का दवाब बढ़ा तो जीआरपी ने नए सिरे से कोशिश शुरू की। ठाकुरद्वारा में अपराधी मोहसिन के संपर्क तलाशे गए। वहां से पता चला कि उसका बेटा कासिम वर्षों पहले दिल्ली चला गया। जीआरपी की सर्विलांस टीम ने रिश्तेदारों के फोन सर्विलांस पर लगाकर कासिम का नंबर पता किया। इसके बाद कासिम के फोन की जांच हुई तो संदिग्ध नंबरों में से एक उसके पिता अपराधी मोहसिन का निकला। दोनों के व्हाट्सएप पर एक ही डीपी लगी थी। इससे शक और बढ़ा गया। मोहसिन के मोबाइल का कैफ निकाला गया तो उसका फोटो सामने आया। पुलिस के पास उसका 14 साल पुराना फोटो था, मिलान किया तो अपराधी की पहचान हो गई। जीआरपी सीओ देवी दयाल द्वारा इंस्पेक्टर राजन शर्मा के नेतृत्व में गठित टीम ने अपराधी मोहसिन को शाहजहांपुर के ग्राम नवाबपुर थाना पुवांया से गिरफ्तार कर लिया। अपराधी पिछले 10 साल से वहां रहकर बढ़ई का काम कर रहा था।
– हत्या का दोषसिद्ध अपराधी मोहसिन 14 साल पहले रामगंगा पुल के पास से ट्रेन से फरार हो गया था। हमारी टीम ने दिल्ली, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश में लागातार दबिश दी। काफी प्रयास के बाद मोहसिन को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसे कोर्ट के सामने पेश किया जाएगा। – आशुतोष शुक्ला, एसपी जीआरपी