Double Murder
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अमरोहा के गजरौला में गंगा किनारे खादर क्षेत्र की जमीन पर वन विभाग, राजस्व विभाग और माफिया की मिलीभगत से करोड़ों का खेल होता है। यहां एक बार नहीं कई बार मालिकाना हक के लिए खूनी खेल हो चुका है। अधिकारियों और माफिया की मिलीभगत से यहां की जमीन पर रंजिश की फसल भी तैयार होती है और खूनी खेल खिलता है।
गजरौला के गुलालपुर में फार्म हाउस मालिका अनिरुद्ध व रतनपाल की हत्या की वजह को जमीनी विवाद से भी जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि, अभी पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है। वहीं गजरौला के अलावा मंडी धनौरा तहसील क्षेत्र में वन विभाग की जमीन गंगा के दोनों तरफ है।
ऐसा सामने आता रहा है कि वन विभाग व राजस्व अधिकारी-कर्मचारी मोटी रकम वसूल कर भू माफिया का कब्जा कराते हैं। साठगांठ हो जाने पर भू माफिया आस पास के किसानों की भूमि पर भी कब्जा कर फसलों की बुवाई करते हैं। जिसका खेत मालिकों द्वारा विरोध करने पर उनके साथ मारपीट तक की जाती है। गंगा की रेती फायरिंग से दहल उठती है।
करोड़ों रुपये की फसल काटने के लिए खूनी खेल शुरू हो जाता है। बीते 12 सितंबर को ही डीएम ने तिगरी में सरकारी भूमि पर कब्जा पकड़ा। डीएम राजेश कुमार त्यागी ने तिगरी व मोहरका पट्टी के बीच 2000 क्षमता का केवल सांड़ों के संरक्षण के लिए बनाए जाने वाले नंदी विहार की जमीन का निरीक्षण किया।