चेतगंज में बीए प्रथम वर्ष की छात्रा ने लगाई फांसी
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वाराणसी के चेतगंज थाना के हबीबपुरा इलाके में किराये पर कमरा लेकर रहने वाली बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा अंशिका सिंह (18) ने फंदा लगाकर जान दे दी। सूचना पाकर पहुंची चेतगंज थाने की पुलिस ने दरवाजा तोड़कर शव को फंदे से नीचे उतारा और पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। छात्रा की आत्महत्या की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है।
अंबेडकर नगर जिले के गिरैया बाजार (कल्याणपुर) निवासी ज्ञानी जैल सिंह की बेटी अंशिका चेतगंज स्थित आर्य महिला पीजी कालेज में बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा थी। हबीबपुरा इलाके में वह अशोक जायसवाल के मकान में किराये पर रहती थी। उसके साथ रहने वाली अन्य छात्राओं ने बताया कि उन्होंने अंशिका को शुक्रवार को दिन में देखा था।
रात के समय अंशिका कमरे से बाहर नहीं निकली थी। शनिवार की सुबह काफी देर तक जब वह कमरे के बाहर नहीं आई तो छात्राओं को लगा कि कहीं उसकी तबीयत तो नहीं खराब हो गई है। दरवाजा खटखटाने के बावजूद नहीं खुला तो छात्राओं ने मकान मालिक को फोन कर जानकारी दी। मकान मालिक की सूचना पर चेतगंज थाने की पुलिस आई और दरवाजा तोड़कर कमरे के अंदर घुसी तो अंशिका फंदे के सहारे लटकी हुई थी। इस संबंध में इंस्पेक्टर चेतगंज वेद प्रकाश राय ने बताया कि छात्रा के परिजनों को घटना की सूचना दे दी गई है। छात्रा की आत्महत्या की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है।
कहीं लाइव होकर तो अंशिका ने नहीं किया सुसाइड
पुलिस जब अंशिका के कमरे में घुसी तो वह फंदे से लटकी हुई थी। पुलिस के अनुसार अंशिका ने शुक्रवार की देर रात फंदा लगाया है। शव के सामने खिड़की पर अंशिका का मोबाइल रखा था और कैमरा उसकी ओर था। आशंका जताई गई है कि अंशिका ने सोशल मीडिया के किसी प्लेटफॉर्म पर लाइव होकर तो सुसाइड नहीं किया है।
उसके साथ रहने वाली छात्राओं ने बताया कि अंशिका बेहद मिलनसार थी और पढ़ने में भी अच्छी थी। उधर, इस संबंध में इंस्पेक्टर चेतगंज ने बताया कि छात्रा का मोबाइल लॉक है। उसे कब्जे में लिया गया है। फॉरेंसिक लैब की मदद से मोबाइल की जांच कराई जाएगी और उसका कॉल डिटेल खंगाला जाएगा।