अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन।
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इस्राइल और फलस्तीन के बीच युद्ध पिछले एक सप्ताह से जारी है, जिसमें अब तक दोनों पक्षों के करीब 3500 लोगों की मौत हो गई है। इस बीच अमेरिका ने एक बार फिर संघर्ष को लेकर टिप्पणी की है। अमेरिका के राष्ट्रपति ने युद्ध में संघर्ष कर रहे फलस्तीनी नागरिकों के प्रति चिंता व्यक्त की। उनका कहना है कि संघर्ष में फलस्तीनी नागरिक अनावश्यक रूप से परेशान हो रहे हैं।
नजरअंदाज नहीं कर सकते
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने रविवार को ट्वीट कर फलस्तीनी नागरिकों के प्रति चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि अधिकांश फलस्तीनी नागरिकों का हमास के हमलों से कोई लेना-देना नहीं है। अधिकांश फलस्तीनी लोगों का आतंकी समूह हमास से कोई नाता ही नहीं है। हम इस तथ्य नजरअंदाज नहीं कर सकते। लेकिन हमास के कारण वह भी परेशान हो रहे हैं। व्हाइट हाउस ने राष्ट्रपति की प्रतिक्रिया साझा करते हुए कैप्शन लिखा- संयुक्त राज्य अमेरिका इस्राइल का समर्थन करता रहेगा। इसी पोस्ट में उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका हमास के खिलाफ जंग में इस्राइल का समर्थन करेगा। अमेरिका इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ लगातार संपर्क में हैं।
मृतकों के परिजनों के बारे में जुटा रहे हैं जानकारी
व्हाइट हाउस ने ट्वीट कर कहा कि युद्ध में जान गंवाने वाले अमेरिकी नागिरकों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। हम उनके परिजनों और उनके बारे में पता कर रहे हैं। मृतकों को घर लाने के लिए अमेरिका प्रतिबद्ध है। संकट के इस समय में हम नेतन्याहू के साथ हैं। चूंकि वह आतंक के खिलाफ लड़ रहे हैं, इसलिए हम उनके साथ लगातार संपर्क में हैं। इस्राइल का समर्थन करने और आतंक के खिलाफ एकजुट होने के लिए वैश्विक नेताओं को साथ आना होगा। सभी को एक साथ काम करना होगा।
उत्तरी गाजा खाली करने का आदेश बेहद खतरनाक : गुटेरस
विश्व निकाय के महासचिव एंतोनियो गुटेरस ने एक दिन पहले कहा था कि इस्राइल का उत्तरी गाजा में करीब 11 लाख लोगों को 24 घंटे में क्षेत्र छोड़ने की चेतावनी बेहद खतरनाक है। यह कतई संभव नहीं है। उन्होंने कहा, युद्ध के भी कुछ नियम होते हैं। यह आदेश संयुक्त राष्ट्र के सभी कर्मियों और उन लोगों पर भी लागू होता है, जिन्होंने स्कूल, स्वास्थ्य केंद्र और क्लीनिक समेत संयुक्त राष्ट्र केंद्रों में शरण ली हुई है। गुटेरस ने कहा, घनी आबादी वाले युद्ध क्षेत्र में 10 लाख से अधिक लोगों को बिना भोजन, पानी वाली जगहों पर जाने के लिए कहना खतरनाक है।