सांकेतिक तस्वीर।
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
पितृपक्ष समाप्त होते ही सराफा बाजार में रौनक बढ़ गई है। लगन से पहले नवरात्र में ही खरीदारी बढ़ गई है। इस बार तुर्की मॉडल चर्चा में है। इस मॉडल में हल्के वजन के गहनों को इस तरह से डिजाइन किया जाता है कि वे भारी और खास दिखते हैं। इस दशहरा, धनतेरस और दिवाली के बाद नवंबर-दिसंबर में लगन को ध्यान में रखते हुए महिलाओं ने खरीदारी शुरू कर दी है। सराफा दुकानों में खरीदारों की अच्छी खासी संख्या दिखने लगी है।
इस साल बाजार में शुरू से ही चमक बनी हुई है। यहां तक कि पितृपक्ष में भी खरीदारी हुई। अब दशहरा से लेकर आगे 15 दिसंबर के पहले तक त्योहार व शादियों की वजह से सराफा बाजार में रौनक बनी रहेगी। सराफा दुकानदारों ने बताया कि सोने-चांदी के आभूषणों के मॉडल में इस बार तुर्की मॉडल चर्चा में है। दक्षिण भारतीय मॉडल के आभूषण भी लोगों के पसंदीदा हैं।
सराफा कारोबारियों का कहना है कि इस बार 15 से 20 दिन ही लगन का है। ऐसे में सभी वर्गों के लोग शादी की तैयारियों के अलावा त्योहार को खास बनाने के लिए भी आभूषण की खरीदारी करेंगे। ऐसे में सभी वर्गों के पहुंच को ध्यान में रखकर सोने-चांदी के आभूषणों को तैयार करवाया गया है।