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– फोटो : अमर उजाला।
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दूसरों की भलाई के नाम पर मजदूरों को गुमराह कर उनका खून बेचने वाले माफिया पर पुलिस का शिकंजा कस रहा है। आरोपियों पर जल्द ही गैंगस्टर की कार्रवाई की तैयारी है। हालांकि पुलिस के लिए परेशानी वाली बात यह है कि उनकी जांच में जो भी कर्मचारी संदिग्ध मिल रहा है, बीआरडी मेडिकल कॉलेज की आंतरिक जांच में उसे क्लीनचिट मिल जा रही।
मेडिकल कॉलेज में लंबे समय से मरीजों को निजी अस्पतालों में बेचने, खून बेचने आदि के मामले चर्चा में रहते थे। अमर उजाला ने सिलसिलेवार खबरें प्रकाशित कीं तब पुलिस-प्रशासन ने भी इस मामले में जांच-पड़ताल शुरू की। पुलिस की सख्त निगहबानी के चलते ही खून माफिया का पूरा नेटवर्क सामने आया।
जैसे ही यह मामला चर्चा में आया, मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने भी अपनी तरफ से जांच के लिए टीम गठित कर दी। कॉलेज की टीम ने अपनी रिपोर्ट में कर्मचारियों को निर्दोष बताया। हालांकि, पुलिस की जांच में आरोपियों की हरकतें संदिग्ध दिखीं। जांच के दौरान ही यह बात सामने आई कि मेडिकल कॉलेज में लगे सीसीटीवी कैमरे का फुटेज ही डिलीट कर दिया गया है।
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