Azam Khan
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अब्दुल्ला आजम के दो जन्म प्रमाणपत्र हैं यह बात उस समय तक किसी को पता नहीं थी जब तक वो विधानसभा का चुनाव लड़ने के लिए मैदान में नहीं उतरे थे। चुनाव लड़ने के लिए उन्होंने अपनी जन्मतिथि का दूसरा प्रमाण दिया। इस चुनाव में रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल कर अब्दुल्ला यूपी के सबसे युवा विधायक बने थे।
इससे पहले आजम खां ने अब्दुल्ला के दसवीं के सर्टिफिकेट में जन्म तिथि बदलने के लिए पूरा जोर लगा दिया था। सीबीएसई में भी उन्होंने कोशिश की थी, लेकिन उनको सफलता नहीं मिली। लेकिन उनकी इस कोशिश के बारे में एक स्कूल संचालक को पता चला और उसने उनके विरोधियों को इसकी जानकारी दे दी।
विरोधियों को इसकी जानकारी होने के बाद भी आजम खां ने इसकी परवाह नहीं की। उन्होंने अब्दुल्ला की दूसरी जन्म तिथि पर पैन कार्ड और और पासपोर्ट भी बनवा लिया। अब्दुल्ला ने दोनों पैन कार्ड का अलग-अलग बैंक खातों में इस्तेमाल किया। दोनों पासपोर्ट पर विदेश भी यात्रा की।
यह बात भी उनके विरोधियों को पता चला गई। उस वक्त के भाजपा लघु उद्योग के क्षेत्रीय संयोजक और वर्तमान भाजपा विधायक आकाश सक्सेना से उनका छत्तीस का आंकड़ा था। इसके बाद आकाश सक्सेना ने अब्दुल्ला आजम के दो जन्म तिथि, दो पासपोर्ट और दो पैन कार्ड के मामले में अलग-अलग मुकदमे दर्ज कराए।