रामनगर की रामलीला में एक दृश्य का मंचन
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विश्व धरोहर में शामिल रामनगर की विश्वप्रसिद्ध रामलीला से कई रोचक किस्से जुड़े हैं। उन्हीं में एक घटना ये है कि रामलीला के दौरान जब शिव के स्वरूप बने पात्र ने गले में असली नाग लपेट लिया और मंच पर पहुंच गए। यह देखकर लीला में पहुंचे सभी नेमियों की सांसें अटक गईं थीं। इसे चमत्कार ही कहा जाए कि सांप सहज रूप से गले में पड़ा रहा…और लीला पूर्ववत चलती रही। कोई हादसा नहीं हुआ।
रामनगर की रामलीला में कई ऐसे रोचक प्रसंग हुए जिन्हें आज भी याद किया जाता है। सन 1965 के दौरान की बात है। एक बार शिव बने रामसूरत उपाध्याय को तत्कालीन महाराज विभूति नारायण सिंह ने विनोद स्वरूप अनायास ही कह दिया कि नकली सांप लटकाकर आप क्या शंकरजी की भूमिका निभा रहे हैं, कभी असली पहनकर आइए…।
यह बात रामसूरत उपाध्याय को ऐसी लगी कि राज्याभिषेक के प्रसंग वाले दिन असली सांप गले में लपेटकर चले आए। यह देखकर लीलाप्रेमी तो सकते में पड़ गए लेकिन रामसूरत उपाध्याय जरा भी नहीं डरे और न अटके। अपना पूरा संवाद बोला। इस प्रसंग के दौरान पूरा अयोध्या मैदान हर हर महादेव… के उद्घोष से गूंजता रहा।