मुरादाबाद। जिला अस्पताल में आरएच फैक्टर व हेपेटाइटिस-बी, सी की जांच नहीं हो पा रही हैं। इसके कारण रोजाना कई मरीजों को निराश लौटना पड़ रहा है। इसका कारण है कि इन जांचों के लिए प्रयोग की जाने वाली किट लखनऊ में क्वारंटीन रखी हैं। जिला मुख्यालयों से पहले इन किटों को टेस्टिंग के लिए क्वारंटीन रखा जाता है।
ऐसे में जिला अस्पताल में कार्ड से जांच की जा रही है, जिसका परिणाम शत प्रतिशत सही नहीं माना जाता। रोजाना 50 से ज्यादा मरीजों को निजी पैथोलॉजी में जांच करानी पड़ रही है। हेपेटाइटिस के रोगी जिला अस्पताल में कुदंरकी, बिलारी, ठाकुरद्वारा व अन्य क्षेत्रों से भी पहुंचते हैं। निजी पैथोलॉजी में जांच कराने में असमर्थ मरीज चक्कर लगाने को परेशान हैं। वहीं मौसम में ठंड का असर आने से लोगों का आरएच फैक्टर भी प्रभावित हो रहा है। डॉक्टरों के मुताबिक आरएच फैक्टर खून में लाल रक्त कणिकाओं की सतह पर पाया जाने वाला अनुवांशिक प्रोटीन होता है। इसका संतुलन बिगड़ने से व्यक्ति को अंगों में सूजन, दर्द व जटिलता महसूस होती है। जिला अस्पताल के चिकित्साधीक्षक डॉ. राजेंद्र कुमार ने बताया कि क्वारंटीन की 45 दिन की अवधि पूरी हो चुकी है। लखनऊ से किट जल्द ही मुरादाबाद जिला अस्पताल में पहुंच जाएंगी।