मुरादाबाद। एमडीए की बहुचर्चित नवीन टाउनशिप योजना लगभग 1250 हेक्टेयर में प्रस्तावित है। इस योजना से भविष्य में मुरादाबाद शहर एक आधुनिक सुविधा संपन्न नगर के रूप में जाना जाएगा। शहर को मिलेगा साबरमती जैसा रिवरफ़्रंट मिलेगा।
एमडीए उपाध्यक्ष शैलेष कुमार ने इस योजना के बारे में जानकारी देते हुए विशेष पहलुओं को जन जन तक पहुंचाने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि इस योजना से रोज़गार सहित समस्त सुविधाएं विकसित होने से लोगों को बाहर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। यह स्थान उत्तराखंड के मुहाने पर स्थित होगा। बिजनौर-संभल-अमरोहा-रामपुर आदि ज़िलों के निवासी अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए मुरादाबाद का रुख करते हैं। नया शहर विकसित होने से इस क्षेत्र में मुरादाबाद एक बड़े हब के रूप में उभर सकता है। रोज़गार, मेडिकल सुविधाओं, शिक्षा, उद्योग धंधे व व्यावसायिक क्षेत्र में उन्नति का सीधा लाभ मुरादाबाद व इससे जुड़े ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को मिलेगा।प्रस्तावित क्षेत्र में अवैध कॉलोनियों के विस्तार पर भी प्राधिकरण की कड़ी नज़र है। आशंका है कि एमडीए की टाउनशिप का विरोध कुछ कॉलोनाइज़रों की तरफ से प्रायोजित की जा रही है। ऐसे प्रॉपर्टी डीलरों और भूमाफ़िया के खिलाफ एमडीए शीघ्र की कार्रवाई करेगा। सरकार के नियमों के अनुसार इस क्षेत्र के किसानों और भूस्वामियों की उनकी भूमि का मूल्य नगर निगम सीमा में दो गुना और ग्रामीण क्षेत्र में चार गुना तक मिल सकता है। ऐसे में अवैध कॉलोनाइजर जो भोले भाले किसानों से सस्ती दरों पर एग्रीमेंट कर ज़मीन हथिया लेते थे। ऐसे लोग परेशान हैं। नया शहर विकसित करने की योजना गुजरात स्थित प्रसिद्ध थिंकटैंक सीईपीटी विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों द्वारा बनाया जा रहा है।
नए शहर में शिक्षकपुरम, चिकित्सापुरम, पत्रकारपुरम, अधिवक्तापुरम, अन्नदातापुरम, विधायकपुरम, शिल्पकारपुरम, मेडीसिटी, एजुकेशन सिटी, स्पोर्ट्स सिटी आदि की बनाने की योजना है। कुल पांच चरणों में योजना के लिए भूमि क्रय और चरणबद्ध विकास कार्य किया जाएगा। इसे पांच वर्षों में पूरा कर लिया जाएगा। बिना आपसी सहमति के किसी भी दशा में किसानों की भूमि नहीं ली जाएगी।