मुरादाबाद। विकास भवन में कार्यरत महिलाएं अपने छोटे बच्चों की देखभाल के प्रति बेफिक्र होकर काम कर सकेंगी। विकास भवन के एक कक्ष में शिशु कक्ष का शुभारंभ डीएम ने किया है। इस कक्ष में बच्चों के पालने से लेकर खेल व मनोरंजन के संसाधन मौजूद रहेंगे। महिला कर्मचारी वहां अपने बच्चों को खेलने के लिए छोड़ सकेंगी। इससे उनकी काम के दौरान बच्चों की चिंता काफी हद तक कम होगी वहीं इससे उनके कार्य में भी सुधार होगा। मुख्य विकास अधिकारी सुमित यादव ने बताया कि प्रदेश के विकास भवन में इस तरह का यह पहला शिशु कक्ष है।
महिला एवं बाल कल्याण विभाग की ओर से विकास भवन में शिशु कक्ष बनाया गया है। सीडीओ सुमित यादव की पहल पर खोले गए इस शिशु गृह की आंतरिक व्यवस्था जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अनुपमा शांडिल्य ने की। शिशु गृह में बच्चों के लिए पालना, वाकर, खेल खिलौने, वॉल पेंटिंग की तर्ज पर रंगीन कागज से सजाई गई दीवारें, एलईडी टीवी आदि की व्यवस्था की गई है। जिस पर बच्चों के शिक्षा व मनोरंजन के कार्यक्रम दिखाए जाने की व्यवस्था है।
आराम करने के लिए बिस्तर आदि की व्यवस्था की गई है। जिससे विकास भवन में कार्यरत महिला अधिकारियों व कर्मचारियों के बच्चे माता-पिता के सरकारी दायित्व के निर्वहन के कारण उचित देखभाल से वंचित न रह सकें।
सीडीओ ने बताया कि यह अपने तरीके का अनूठा प्रयास है। बच्चों की देखभाल के लिए इससे निर्बाध रूप से अधिकारी जहां एक और मन लगाकर अपनी सेवाएं दे सकेंगे वही अपने बच्चों की देखभाल के लिए भी निश्चिंत रह सकेंगे। दो आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका की बच्चों की देखभाल के लिए ड्यूटी लगाई जाएगी। उद्घाटन के बाद डीएम ने वहां एक कर्मचारी के बच्चे को गोद भी कुछ देर के लिए लेकर खिलाया।