बालटाल से अमरनाथ गुफा की तरफ रवान होते श्रद्धालु
– फोटो : बासित जरगर
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अमरनाथ यात्रा के दौरान दो दिनों के भीतर छह लोगों की मौत हो गई। शुक्रवार को अधिकारियों ने बताया कि इस साल अब तक तीर्थयात्रा में मरने वालों की संख्या बढ़कर नौ हो गई है। इसके कारणों के बारे में अधिकारियों ने ज्यादा जानकारी नहीं दी है।
माना जा रहा है कि मौत का कारण अधिक ऊंचाई और कम ऑक्सीजन के कारण हार्ट अटैक होना सामान्य कारणों में से एक है। अधिकारियों के मुताबिक अब तक यात्रा के दौरान 25 लोग घायल हुए हैं। जान गंवाने वालों में आठ यात्री और एक आईटीबीपी कर्मी शामिल हैं।
3000 और भक्तों को जारी किए गए टोकन
श्रावण मास में भोलेनाथ के दर्शन करने से सौभाग्य प्राप्त होता है। इसके लिए भक्त अमरनाथ यात्रा पर निकले हैं। जम्मू में शुक्रवार को भी तत्काल पंजीकरण के लिए सरस्वती धाम के बाहर लंबी कतारें लगी रहीं। प्रति दिन हजारों भक्त यह काम कर रहे हैं। शुक्रवार शहर के आधार शिविरों में 3000 और भक्तों को टोकन जारी किए गए।
इनमें 2000 भक्त पहलगाम और 1000 बालटाल रूट से जाएंगे। उधर, राममंदिर में 241 साधु-संतों का तत्काल पंजीकरण हुआ। इनमें 197 पहलगाम और 44 बालटाल मार्ग से जाएंगे। गीता भवन में 51 साधुओं ने तत्काल पंजीकरण करवाया है।
इनमें पहलगाम से 36 और बालटाल मार्ग से 15 साधु बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए रवाना होंगे। गीता भवन से शुक्रवार को 661 और वैष्णवी धाम में 1017 भक्तों का तत्काल पंजीकरण हुआ है। पंचायत भवन में 791 पंजीकरण किए गए हैं। इनमें 456 बालटाल और पहलगाम मार्ग से 335 श्रद्धालु जाएंगे।