सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर
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नित नए बयान देकर सियासी हलकों में चर्चा बटोरने वाले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर का अब बसपा सुप्रीमो मायावती से भी मोह भंग हो गया है । दो दिन पहले तक मायावती को प्रधानमंत्री का चेहरा बनाने की बात करने वाले राजभर ने कहा कि सुभासपा का गठबंधन सपा सहित बसपा और कांग्रेस से भी नहीं टिक सकता है। वहीं, उन्होंने कहा कि भाजपा के साथ होने वाली बैठक में गठबंधन को लेकर फैसला होगा। उन्होंने यह बयान मंगलवार को उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक से मुलाकात के बाद दिया है। उनके साथ पार्टी के विधायक भी थे । हालांकि उन्होंने कहा कि पाठक से उनकी मुलाकात विकास कार्यों को लेकर हुई है। इसका कोई सियासी मतलब न निकाला जाए।
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उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत में राजभर ने कहा कि भाजपा से गठबंधन होगा या नहीं, इस मुद्दे पर भाजपा नेताओं के साथ होने वाली बैठक में फैसला किया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि पार्टी के स्थापना दिवस के मौके पर 7 अक्तूबर को पटना में एक बड़ी रैली का आयोजन होना है। उस रैली में गठबंधन में शामिल सभी दल के नेताओं को आमंत्रित किया जाएगा। उन्होंने कहा जुलाई महीने भर तो सुभासपा की सांगठनिक बैठकें चल रही हैं ।
केन्द्र के संभावित मंत्रिमंडल विस्तार में शामिल होने से जुड़े सवाल के जवाब में राजभर ने कहा कि हमें दिल्ली की नहीं, यूपी की राजनीति करनी है । उन्होंने सपा से गठबंधन पर कहा कि सुभासपा का गठबंधन सपा से ही नहीं, बसपा और कांग्रेस से भी नहीं टिक सकता। उन्होंने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि वो केवल खुद को सही मानते हैं। वो नहीं चाहते कि उनके अलावा प्रदेश में कोई दूसरा पिछड़ा नेता आगे बढ़े ।
उधर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने भी कहा कि राजभर व उनके विधायक हमारे पास विकास योजनाओं पर चर्चा करने के लिए आए थे । राजभर के राजग में शामिल होने पर पाठक ने इशारो में कहा कि समय आने पर जिसको आना होगा वह आ जाएगा।