भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी।
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लोकसभा चुनाव में भाजपा के चुनाव प्रबंधन से लेकर चुनाव प्रचार की कमान अब नए चेहरों के हाथ होगी। संगठनात्मक बदलाव के दौर में पार्टी ने 70 फीसदी जिलों में जिलाध्यक्ष बदलने की तैयारी की है। नए जिलाध्यक्षों की नियुक्ति के लिए जिलों में भेजे गए पर्यवेक्षकों ने शुक्रवार से अपनी रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी और महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह को सौंपना शुरू कर दिया। पर्यवेक्षकों को शनिवार तक रिपोर्ट पेश करनी है।
भाजपा के 98 संगठनात्मक जिलों में नए जिलाध्यक्षों की कवायद चल रही है। शुरुआती दौर में पार्टी के प्रदेश नेतृत्व करीब 20-30 प्रतिशत तक ही बदलाव का विचार किया था। लेकिन नगरीय निकाय चुनावों के बाद जिलाध्यक्षों के बारे में मिले फीडबैक और महाजनसंपर्क अभियान के बाद अब अधिकांश जिलों में नए जिलाध्यक्ष नियुक्त करने का मन बनाया है। जिन जिलों में जिलाध्यक्ष दो या इससे अधिक कार्यकाल पूरे कर चुके हैं उन्हें बदला जाएगा। जिन जिलाध्यक्षों को विधान परिषद सदस्य नियुक्त किया है उनकी जगह भी नए जिलाध्यक्ष नियुक्त किए जाएंगे।
50 प्रतिशत पर्यवेक्षकों ने रिपोर्ट सौंपी
जिलाध्यक्ष नियुक्ति के लिए भेजे गए 98 पर्यवेक्षकों में से 50 प्रतिशत से अधिक ने शुक्रवार तक रिपोर्ट सौंप दी है। सूत्रों के मुताबिक पर्यवेक्षकों ने जिलों में विधायक, सांसद, एमएलससी, प्रदेश पदाधिकारी, क्षेत्रीय पदाधिकारी सहित अन्य लोगों से बातचीत के आधार पर तीन से चार नाम का पैनल सौंपा है। अधिकांश जिलों में मौजूदा जिलाध्यक्ष को बदलने की रिपोर्ट है वहीं कुछ जिलों में मौजूदा जिलाध्यक्ष को ही बरकरार रखने की भी पैरवी हुई है। पर्यवेक्षकों ने मौजूदा जिलाध्यक्ष के कामकाज और व्यवहार को लेकर भी रिपोर्ट दी है।
दिल्ली से तय होगी सूची
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और महामंत्री संगठन सभी 98 संगठनात्मक जिलाध्यक्षों के पैनल पर कोर कमेटी में चर्चा करेंगे। कोर कमेटी में चर्चा के बाद पैनल को राष्ट्रीय नेतृत्व के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक लखनऊ, वाराणसी सहित अन्य कुछ जिलों के जिलाध्यक्षों के बारे में निर्णय राष्ट्रीय नेतृत्व की मंजूरी के बाद ही होगा। जुलाई के अंतिम सप्ताह तक नए जिलाध्यक्षों की घोषणा होगी।
दिनभर रही दावेदारों की भीड़
भाजपा प्रदेश मुख्यालय से लेकर प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी के आवास तक जिलाध्यक्ष पद के दावेदारों की भीड़ लगी रही। प्रदेश के अलग-अलग जिलों से आए दावेदारों ने खुद को सबसे योग्य बताते हुए एक मौका देने की गुहार की।