UAE: PM मोदी ने जताया यूएई की COP-28 अध्यक्षता के लिए पूर्ण समर्थन, 2024 की समिट में शामिल होने का किया वादा

UAE: PM मोदी ने जताया यूएई की COP-28 अध्यक्षता के लिए पूर्ण समर्थन, 2024 की समिट में शामिल होने का किया वादा



प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और UAE के के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान
– फोटो : ANI

विस्तार


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस की अपनी दो दिवसीय यात्रा समाप्त करने के बाद आज संयुक्त अरब अमीरात के एक दिवसीय दौरे पर हैं। यहां उन्होंने संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति और अबू धाबी के शासक शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने यूएई की COP 28 की अध्यक्षता के लिए भारत के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया। साथ ही उन्होंने संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन के मनोनीत अध्यक्ष सुल्तान अल जाबेर के साथ सतत विकास को आगे बढ़ाने के तरीकों पर सार्थक बातचीत की।

पीएम मोदी ने किया ट्वीट

प्रधानमंत्री ने इस मुलाकात के क्षणों को ट्वीट करके साझा भी किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, COP 28 के मनोनीत अध्यक्ष डॉ. सुल्तान अल जाबेर के साथ बहुत ही सार्थक बैठक हुई। हमारी चर्चा सतत विकास को आगे बढ़ाने के तरीकों पर केंद्रित रही। इस दौरान इसमें भारत के योगदान खास तौर से मिशन LiFE को लेकर हमारे द्वारा किए जा रहे काम पर चर्चा की गई। उन्होंने  2023 संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में आमंत्रित करने के लिए सुल्तान का आभार जताया। साथ ही कहा कि मैं आपके निमंत्रण के लिए आभारी हूं। मैं हमेशा यहां आने के मौके की तलाश में रहता हूं। मैंने यूएई में सीओपी-28 शिखर सम्मेलन में भाग लेने का फैसला किया है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने भी ट्वीट कर इसके बारे में बताया। उन्होंने लिखा, ‘डॉ. जाबेर ने प्रधानमंत्री को आगामी सीओपी-28 के बारे में जानकारी दी। प्रधानमंत्री ने यूएई की सीओपी-28 की अध्यक्षता के लिए भारत के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया। प्रधानमंत्री ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए भारत के प्रयासों और पहलों पर भी प्रकाश डाला।’

COP 28 के बारे में जानें

बता दें कि 2023 संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन या यूएनएफसीसीसी की पार्टियों के सम्मेलन को COP 28 के रूप में जाना जाता है। यह  28वां संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन होगा। यह 30 नवंबर से 12 दिसंबर तक एक्सपो सिटी, दुबई में आयोजित किया जाएगा।

गौरतलब है कि यह सम्मेलन 1992 में पहले संयुक्त राष्ट्र जलवायु समझौते के बाद से हर साल आयोजित किया जाता है। इसका उपयोग सरकारों द्वारा वैश्विक तापमान वृद्धि को सीमित करने और जलवायु परिवर्तन से जुड़े प्रभावों के अनुकूल नीतियों पर सहमत होने के लिए किया जाता है। आगामी COP28 शिखर सम्मेलन में जलवायु परिवर्तन को 1.5 सेल्सियस वार्मिंग तक सीमित करने के पेरिस समझौते के लक्ष्य की दिशा में देशों की प्रगति का पहला औपचारिक मूल्यांकन होगा।

फ्रांस से यूएई पहुंचे हैं पीएम 

पीएम मोदी पेरिस की अपनी दो दिवसीय सफल यात्रा के बाद संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी में पहुंचे हैं।  फ्रांस में वह बास्टिल दिवस परेड के लिए फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन के साथ सम्मानित अतिथि के रूप में शामिल हुए। साथ ही  द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए।

भारत का कूटनीतिक पार्टनर बना यूएई

बता दें कि पीएम मोदी के पद संभालने के बाद दोनों नेता अब तक कई बार मिल चुके हैं। पीएम मोदी ने 2015 में पहली बार यूएई की यात्रा की थी। वह 34 साल बाद पहले ऐसे प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने यूएई का दौरा किया। पीएम मोदी के कार्यकाल में यूएई और भारत के बीच दोस्ती एक नई ऊंचाई पर पहुंच गई है। यूएई पश्चिम एशिया में भारत का महत्वपूर्ण कूटनीतिक पार्टनर बन गया है।



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